कैप्टन ने नशों के खिलाफ जंग में हरियाणा, हिमाचल व राजस्थान के मुख्यमंत्रियों का मांगा सहयोग

punjabkesari.in Friday, Jul 20, 2018 - 09:25 AM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने नशों के खिलाफ पंजाब सरकार द्वारा लड़ी जा रही जंग में पड़ोसी राज्यों हरियाणा, हिमाचल प्रदेश तथा राजस्थान के मुख्यमंत्रियों का सहयोग मांगा है। इन तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कैप्टन ने आज पत्र लिखा है। कल मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा था।

कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने दिल्ली पुलिस जोकि केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत आती है, से भी सहयोग की उम्मीद की है। उन्होंने कहा कि पंजाब में नशा रूपी बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए सभी पड़ोसी राज्यों का सहयोग भी अनिवार्य है। पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि नशीले पदार्थों की खेती व तस्करी पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए ताकि नशा तस्करों को इस उत्तरी क्षेत्र में किसी भी राज्य में संरक्षण न मिल सके। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तथा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भेजे अलग-अलग पत्रों में पंजाब में चल रही नशों की समस्या से उन्हें अवगत करवाते हुए कहा है कि वह अपने राज्यों में नशा तस्करों को बिल्कुल संरक्षण न लेने दें, क्योंकि पंजाब में सरकार के निर्देशों पर पंजाब पुलिस द्वारा की गई सख्ती के बाद नशा तस्कर पंजाब छोड़कर भाग गए हैं।

पड़ोसी राज्यों को इस बात को यकीनी बनाना है कि ये नशा तस्कर उनके राज्यों में शरण न ले सकें। हमें अपनी भावी पीढ़ी का बचाव करना है, जो नशों के चंगुल में फंसी हुई है। वह किसी भी कीमत पर नौजवानों को नशों का आदी नहीं बनने देंगे। मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने उन्हें आग्रह किया है कि वे अपनी इन्फोर्समैंट एजैंसियों जिसमें पुलिस भी शामिल है, को नशों के विरुद्ध अपने-अपने क्षेत्रों में जंग छेडऩे के लिए कहें और साथ ही संबंधित राज्यों की पुलिस पंजाब पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रूप से नशों पर रोक लगाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भारत सरकार पर दबाव बनाना चाहिए कि वह नशों पर रोक के लिए एक राष्ट्रीय ड्रग नीति लेकर आएं। पंजाब पुलिस के पास नशा तस्करों को लेकर काफी इंटैलीजैंस रिपोर्टें हैं, जो पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ सांझा की जा सकती हैं। पंजाब की सीमा पाकिस्तान से लगती है, इसलिए अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर भी चौकसी बढ़ाई गई है। कुछ राज्यों में नशीले पदार्थों की खेती होती है, जिस पर रोक लगनी चाहिए। क्योंकि ये नशीले पदार्थ पंजाब में भेजे जाते हैं।


नशा तस्करों के लिए दिल्ली सुरक्षित स्थान बना
उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार दिल्ली में भी नशा तस्कर अब संरक्षण ले रहे हैं तथा दिल्ली को वह अपने लिए सुरक्षित मान कर चल रहे हैं। दिल्ली केन्द्रीय गृह मंत्रालय के सीधे नियंत्रण में आती है, इसलिए गृह मंत्रालय को यह मामला दिल्ली पुलिस के सामने उठाते हुए उसे नशा तस्करों की गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम लगाने के निर्देश देने चाहिएं। उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से कहा कि दिल्ली पुलिस को भी पंजाब पुलिस व अन्य राज्यों की पुलिस के साथ सहयोग देना चाहिए। 

नशों पर बनी आई.पी.एस. अधिकारी की दस्तावेजी फिल्म रिलीज की
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज राज्य के आई.पी.एस. अधिकारी डा. जतिन्द्र जैन जोकि ए.डी.जी.पी. (एस.ओ.जी. ट्रेनिंग) हैं, की नशों पर आधारित दस्तावेजी फिल्म ‘जागो तब सवेरा’ को आज रिलीज किया। इस दस्तावेजी फिल्म में बताया गया है कि नशों के कारण व्यक्ति किस तरह से पीड़ा में से गुजरते हैं और साथ ही उनके पारिवारिक जीवन, स्वास्थ्य व वित्तीय स्थिति पर क्या दुष्प्रभाव पड़ता है। डा. जैन द्वारा लिखित भावनात्मक गीत से एक मजबूत संदेश नशों पर रोक लगाने हेतु जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों को खत्म करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति का सहयोग अनिवार्य है। डा. जैन अब तक नशों पर रोक लगाने के लिए 10 दस्तावेजी फिल्में बना चुके हैं तथा साथ ही उन्होंने इस संबंध में कई पुस्तकें भी लिखी हैं।

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