मुख्यमंत्री ने चीनी सेना से भिड़ंत में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धासुमन किए अर्पित

punjabkesari.in Saturday, Jun 20, 2020 - 09:45 AM (IST)

जालंधरं(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने चीनी सैनिकों के साथ हुई भिड़ंत में शहीद हुए पंजाब के 2 व हिमाचल प्रदेश के एक सैनिक को चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। संगरूर से संबंध रखते सिपाही गुरबिंद्र सिंह, मानसा से संबंध रखते गुरतेज सिंह तथा हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) से संबंध रखते अंकुश के शव आज चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने शहीदों के शवों पर फूलों का गुलदस्ता रख कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि राष्ट्र सदैव इन सैनिकों का ऋणी रहेगा जिन्होंने देश की खातिर अपनी कुर्बानियां दीं। 

अगर ऐसे ही चलने दिया तो चीन व पाक और क्षेत्रों पर कब्जा करेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर चीन के मामले में स्थिति को ऐसे ही चलने दिया गया तो भविष्य में चीन व पाकिस्तान दोनों ही भारतीय क्षेत्रों में कब्जे करने के लिए प्रयासरत रहेंगे जिसे अब रोका जाना चाहिए। अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल द्वारा गलवान घाटी मुद्दे पर राजनीति खेल खेलने के लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सैन्य अधिकारी होने के कारण उन्हें इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया व विचार रखने का पूरा अधिकार है।


बीजिंग को भारत सरकार गलवान घाटी खाली करने का अल्टीमेटम दे : अमरेन्द्र
चीन द्वारा कब्जे में लिए गए गलवान घाटी के क्षेत्र को वापस लेने के लिए अक्रामक कदमों का समर्थन करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भारत सरकार से कहा कि वह बीजिंग को कब्जे में ली गई जमीन तुरन्त खाली करने के लिए अल्टीमेटम जारी करे जिसमें उसे स्पष्ट चेतावनी दी जाए कि अगर उसने ऐसा न किया तो इसके गंभीर नतीजे उसे भुगतने होंगे। भारतीय सैनिकों को तथाकथित समझौते के कारण गोली न चलाने के फैसले पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री ने मांग की कि यह बताया जाना चाहिए कि यह समझौता कब किया गया। हम अपने विरोधी देश के साथ इस तरह का समझौता कैसे कर सकते हैं। अब यह स्पष्ट हो चुका है कि भारतीय सैनिकों पर हमला चीन द्वारा किया गया जोकि पूरी तरह से तैयारी के साथ आए थे तथा उनके पास घातक हथियार भी थे। उन्होंने कहा कि चीनी सैनिकों ने अपने हाथों में लाठियां, कंटीली तार, रॉड आदि हथियार लेकर भारतीय सैनिकों पर हमला बोला जिस कारण उससे अतीत में हुआ समझौता स्वयं ही खत्म हो गया है। अब भारतीय सैनिकों को अपने हथियारों का प्रयोग करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि कर्नल की चीनी सैनिकों द्वारा मौत समूची भारतीय सेना का अपमान है।

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