मामला कोल्ड ड्रिंक होलसेलर द्वारा भिखारी को जलाने काः मुख्य आरोपी, भाई व नौकर गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2019 - 10:41 AM (IST)

तरनतारन/अमृतसर(रमन, इंद्रजीत, संजीव): इंश्योरेंस का करोड़ों रुपए का बीमा वसूल करने की नीयत से एक भिखारी का कत्ल कर गांव किरतोवाल के नजदीक जला दिया गया था। इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाते हुए जिला पुलिस ने मुख्य आरोपी कोल्ड ड्रिंक होलसेलर अनूप सिंह पुत्र तरलोक सिंह निवासी झब्बाल रोड अमृतसर और अनूप के घरेलू नौकर करन उर्फ काका निवासी अमृतसर को हरियाणा के कस्बा टोहाना जिला फतियाबाद से गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल की गई गाड़ियां भी बरामद कर ली हैं, जबकि अनूप का छोटा भाई करनदीप सिंह पहले पुलिस की हिरासत में था, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं हरीके पत्तन पुलिस 1 आरोपी को जे.एम.आई.सी. गुरिंदरपाल सिंह की अदालत से 5 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।

आरोपियों ने इस तरह किया कत्ल
अनूप सिंह ने अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए 75 लाख रुपए का कर्ज लिया हुआ था, जिसके लिए उसने अपने नाम पर 36 लाख रुपए का बीमा भी करवा रखा था। उसने करोड़ों रुपए की बीमा राशि हासिल करने को करनदीप सिंह और करन उर्फ काका के साथ करीब 10 दिन पहले साजिश रची। फिर अनूप और करन सड़कों पर भीख मांगने वाले बाबा को काम में लगा पैसों का लालच देने लगे। फिर गत वीरवार रात अनूप और करन ने बाबा अपनी कार में बैठा शराब पिलाई, कुछ पैसे दिए और कार चलाते रहे। इनके पीछे कोल्ड ड्रिंक कारोबार में इस्तेमाल होने वाली एप्लाइड फार महिंद्रा गाड़ी चलाता करनदीप भी आ रहा था। फिर अनूप ने कार गांव भिखीविंड से पट्टी होते हरीके पत्तन की तरफ मोड़ ली और कोई सुनसान रास्ता तलाशने लगे।

दोनों गाड़ियां जब गांव बूह और किरतोवाल के नजदीक पहुंचीं तो अनूप ने कार सुनसान रास्ते पर रोक ली। इसके बाद अनूप और करन उर्फ काका ने तेजधार गंडासे से बब्बा का कत्ल कर दिया, फिर उसके शव पर तेल डाकर जला दिया। इसके बाद अनूप ने अपनी कार वहीं छोड़ सड़क के किनारे पर अपनी फोटो, पैन कार्ड और आधार कार्ड फैंक दिए, ताकि जले हुए शव की पहचान अनूप सिंह के रूप में हो। इसके बाद अनूप सिंह और करन उर्फ काका करनदीप की महिंद्रा गाड़ी से अमृतसर चले गए। करनदीप सिंह ने इन दोनों आरोपियों की फरार होने में बाद में मदद की। 

पहचान छुपाने के लिए अनूप ने कटवाए अपने बाल
रुपयों की खातिर अनूप सिंह ने अपने धर्म को दरकिनार करते हुए जहां इंश्योरेंस कंपनी के करोड़ों रुपए हासिल करने के लिए अनूप सिंह ने एक बेकसूर को बलि का बकरा बना दिया, वहीं उसने सिख मर्यादाओं को दांव पर लगाते हुए अपने बालों को कटवा दिया है। अनूप सिंह ने अपनी पहचान को छुपाने के लिए यह काम किया ताकि उसे पुलिस व आम लोग पहचान न सकें और उन्हें इंश्योरेंस कंपनी के करोड़ रुपए आसानी से मिल सके।

पुलिस ने मरने वाले का शव देखकर सुलझाया केस
तरनतारन पुलिस ने मौके पर पहुंचने के बाद मरने वाले का शव देखकर यह अंदाजा लगाना शुरू किया कि मरने वाले अनूप सिंह का शारीरिक ढांचा बरामद की गई हड्डियों के कंकाल से मेल खाता है या नहीं। इसके बाद पुलिस ने दुकान में काम करने वालों के बयान लिए और उन्हें आपस में जोड़ा तो केस हल करने में सफलता 
मिल गई। पुलिस अब मृतक बाबा के वारिसों की तलाश कर रही है। 

इस पुलिस टीम ने की कार्रवाई
इस मामले में आई.जी. बार्डर रेंज सुरिंदरपाल सिंह परमार ने बताया कि एस.एस.पी. ध्रुव दहिया की ओर से एस.पी.(आई) जगजीत सिंह वालिया, डी.एस.पी. पट्टी कंवलप्रीत सिंह, थाना हरीके के प्रभारी जनरैल सिंह, सब इंस्पैक्टर प्रकाश सिंह की विशेष टीम बनाई गई थी, जिसने कार्रवाई करते हुए मामले को सुलझा लिया।

Edited By

Sunita sarangal