कैप्टन-सिद्धू के बीच कोल्ड वार खत्म, ‘जल्द संभालेंगे अहम जिम्मेदारी

punjabkesari.in Thursday, Mar 18, 2021 - 10:36 AM (IST)

चंडीगढ़ (अश्वनी) : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच बुधवार को हुई मुलाकात काफी गर्मजोशी वाली रही। मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने अमरेंद्र सिंह की सिद्धू के साथ गलबहियां होते हुए की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सांझा की तो सिद्धू ने मुलाकात के तुरंत बाद ट्वीट करते हुए लिखा कि आजाद रहो विचारों से लेकिन बंधे रहो संस्कारों से...ताकि आस और विश्वास रहे किरदारों पे। 

बेशक इसके जो भी मायने हों लेकिन माना यही जा रहा है कि कैप्टन और सिद्धू के बीच कोल्ड वार का समापन हो गया है। कहा यह भी जा रहा है कि कैप्टन ने सिद्धू की कैबिनेट में वापसी पर मोहर लगा दी है। संभव है कि जल्द ही सिद्धू को कुछ अहम विभागों की जिम्मेदारी के साथ मंत्री पद पर आसीन कर दिया जाएगा। हालांकि सिद्धू के करीबी लगातार उन्हें पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाने की वकालत कर रहे हैं। यह अलग बात है कि पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत पहले ही इस बात को सिरे से नकार चुके हैं। कुछ दिन पहले चंडीगढ़ दौरे के दौरान रावत ने कहा था कि यह कोरी अफवाह है। सिद्धू ने किसी भी स्तर पर पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी की जिम्मेदारी संभालने की इच्छा नहीं जताई है।  हालांकि अब माना जा रहा है कि सिद्धू की कैबिनेट में वापसी का रास्ता लगभग साफ हो गया है और आने वाले दिनों में वह मंत्री पद की कुर्सी पर आसीन दिखाई दे सकते हैं। 

‘गृह, कृषि जैसे अहम विभागों का मंत्री बनाने की चर्चा’
सिद्धू को कैबिनेट मंत्री के तौर पर गृह, कृषि विभाग जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी दी जा सकती है। बेशक अभी इस पर किसी भी स्तर पर कोई आधिकारिक मोहर नहीं लगाई गई है लेकिन बताया यही जा रहा है कि सिद्धू को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के अधीन विभागों से चुनिंदा विभागों का जिम्मा मिल सकता है। मुख्यमंत्री के पास मौजूदा समय में करीब 22 विभागों का जिम्मा है। इनमें गृह विभाग के अलावा एग्रीकल्चर एंड फार्मर वैल्फेयर, एक्साइज एंड टैक्सेशन, इन्वैस्टमैंट प्रोमोशन जैसे अहम विभाग हैं। बिजली और रिन्यूएबल एनर्जी विभाग भी मुख्यमंत्री के पास है।

‘उपमुख्यमंत्री बनाने की चर्चाओं का बाजार भी गर्म’
मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात के बाद सिद्धू को उपमुख्यमंत्री बनाने की चर्चाओं का बाजार भी गर्म रहा। सिद्धू के कुछ करीबियों का कहना है कि इस मुलाकात में सिद्धू ने मुख्यमंत्री के पास उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा था लेकिन मुख्यमंत्री ने इस पर तत्काल निर्णय लेने की बजाय आने वाले समय में विचार करने की बात कही है। संभव है कि इस मसले पर हाईकमान के स्तर पर मंथन हो।   


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Vatika

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