सरकार की वादा खिलाफी से भड़के कंप्यूटर अध्यापक, इस दिन किया महा-रैली का ऐलान

punjabkesari.in Thursday, Jul 01, 2021 - 11:54 AM (IST)

लुधियाना ( विक्की): पंजाब सरकार द्वारा 1 जुलाई 2011 से राज्य भर के कंप्यूटर अध्यापकों को वोकेशनल मास्टर के ग्रेड के साथ रेगुलर करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। आज जहां राज्य भर के कंप्यूटर अध्यापकों की सेवाएं रेगुलर हो चुकी है वही रेगुलर होने के बाद भी वह पिछले पूरे एक दशक से अपने जायज अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं।

सरकार द्वारा उनके अधिकारों को बहाल ना किए जाने के रोष के रूप में आज रेगुलर होने के 10 साल पूरे होने पर राज्य भर के कंप्यूटर अध्यापकों द्वारा पंजाब सरकार द्वारा उन्हें जारी रेगुलर ऑर्डर की कॉपियां जलाते हुए रोष प्रदर्शन किया गया और 4 जुलाई को पटियाला में महारैली करने का ऐलान भी किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए कंप्यूटर अध्यापक नेता प्रदीप मलूका, प्रभजोत सिंह बल्ल, परमवीर सिंह पम्मी, गुरदीप सिंह बैंस, राजदीप सिंह मानसा, हरवीर सिंह फतेहगढ़ साहिब, नरिंदर सिंह कुलार लुधियाना, जोनी सिंगला बठिंडा आदि ने बताया कि वह अपने जायज अधिकारों के लिए पिछले एक दशक से लगातार संघर्ष की राह पर हैं, लेकिन पंजाब सरकार द्वारा उन्हें झूठे वायदों के अलावा और कुछ भी नहीं दिया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी के चलते राज्य भर के कंप्यूटर अध्यापकों में जबरदस्त रोष पाया जा रहा है और अब वह अपने अधिकारों की प्राप्ति तक संघर्ष को और तेज करेंगे।उन्होंने अपनी मांगों के संबंध में बताया की उनके ऑर्डर्स में दर्ज पंजाब सिविल सर्विसेज रूल्स के अनुसार उन्हें सभी लाभ दिए जाएं, उन्हें बिना शर्त शिक्षा विभाग में मर्ज किया जाए और जिन कंप्यूटर अध्यापकों कि पिछले समय के दौरान किसी भी कारण से मौत हो चुकी है उनके आश्रितों को वित्तीय सहायता के साथ-साथ सरकारी नौकरी दी जाए। अध्यापक नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते उनकी सभी मांगों को बिना शर्त ना माना गया तो वह संघर्ष को और तेज कर देंगे जिसकी जिम्मेवारी सिर्फ और सिर्फ राज्य सरकार की होगी।

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Vatika