एयर क्वालिटी में सुधार से पंजाब में दिखने लगी हिमाचल की पहाड़ियां,पर नहीं सुधरी बुड्डे नाले की हालत

punjabkesari.in Saturday, Apr 04, 2020 - 02:18 PM (IST)

लुधियानाः पूरे भारत में लॉकडाउन  के कारण एयर क्वालिटी में सुधार होने से यहां पंजाब से हिमाचल की पहाड़ियां देखने लगी है। वहीं लुधियान के बुड्डे नाले की हालत अभी भी बदतर है।  लुधियाना की हवा का ए.क्यू.आइ. 30 से नीचे चल रहा है, जो सांस लेने के लिए बेहतरीन माना जाता है।

विशेषज्ञों  द्वारा अनुमान जताया जा रहा था कि इतने लंबे समय से शहर की पूरी इंडस्ट्री बंद है तो ऐसे में बुड्ढा दरिया में भी साफ पानी देखने को मिलेगा। मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। दरिया का पानी पहले की तरह काला है और गंदा है। इससे एक बात तो साबित हो गई है कि बुड्ढा दरिया को गंदा करने के लिए सिर्फ इंडस्ट्री नहीं बल्कि नगर निगम भी पूरा-पूरा जिम्मेदार है। इन दिनों में नगर निगम के सीवरेज का पानी ही उसे गंदा कर रहा है। नगर निगम की सीमा में बुड्ढा दरिया 14 किलोमीटर का एरिया कवर करता है। इस एरिया में नगर निगम के सीवरेज का पानी करीब 18 जगहों पर सीधे दरिया में गिराया जा रहा है। इसी पानी की वजह से दरिया के पानी का रंग काला है। इसके अलावा कई डेयरियों का पानी भी दरिया को गंदा कर रहा है।

बुड्ढा दरिया को प्रदूषित करने को लेकर नगर निगम और इंडस्ट्री एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे हैं। निगम अफसर हर बार यही कहते रहे हैं कि दरिया को गंदा करने में अहम भूमिका डाइंग और इलेक्ट्रोप्लेटिंग इंडस्ट्री की है। वहीं इंडस्ट्री वाले यह कहते रहे हैं कि वह पानी ट्रीट किए बिना दरिया में नहीं डालते। एन.जी.टी. की मॉनिटि‍रिंग कमेटी भी निगम और इंडस्ट्री को फटकार लगा चुकी है। शहर के उद्यमियों का कहना है कि नगर निगम हर बार उन्हें दरिया में प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराता है।

आजकल करीब दस दिन से इंडस्ट्री पूरी तरह से बंद है । इंडस्ट्री से पानी दरिया में नहीं आ रहा है। ऐसे में दरिया का पानी साफ होना चाहिए था। इस संबंध लुधियाना के मेयर बलकार सिंह संधू का कहना है कि दरिया की सफाई के लिए 650 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट पास हो चुका है। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को अपग्रेड करने के साथ नए एस.टी.पी. लगाने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सभी अफसर और कर्मचारी शहर की सफाई व्यवस्था में जुटे हैं। 

swetha