पंजाब की सियासत में सुपर संडे,सरकार बनाम 90 पार बादल

punjabkesari.in Sunday, Oct 07, 2018 - 10:34 AM (IST)

चंडीगढ़: पंजाब के इतिहास में 7 अक्तूबर का दिन'सुपर संडे'के रूप में जाना जाएगा। मुख्य मंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह खिलाफ एक बार फिर 91 वर्षीय अकाली नेता और 5 बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रकाश सिंह बादल ने मोर्चा संभाला है।  राज्य के दोनों ही दिग्गज नेता आज एक -दूसरे के राजनीतिक गढ़ पटियाला और लंबी में गरजेंगे। इन रैलियों के जरिए दम दिखाने के लिए शिरोमणी अकाली दल और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने भीड़ जुटाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया है। कांग्रेस जहां 1.5 लाख से अधिक भीड़ जुटाने का दावा कर रही है। वहीं अकाली दल ने पूरे पंजाब से वर्करों को पटियाला बुलाया है। पटियाला रैली में पूरी ताकत दिखाने के लिए अकाली दल को सब से सीनियर नेता प्रकाश सिंह बादल को मैदान में उतारना पड़ा है।

बेअदबी की घटनाओं के बाद बहिबलकलां गोलीकांड को लेकर कांग्रेस ने पूरा फोकस बादलों पर कर दिया है। कांग्रेस की नीति जो दिखाई दे रही है, उससे यही नजर आ रहा है कि वह बादलों को किसी भी तरह पंथ विरोधी साबित करने में तुली है। अकाली दल ने कांग्रेस की इस नीति को समझते हुए ही कैप्टन के गृह जिले पटियाला में   रैली करने का फैसला किया। टकसाली नेताओं की नाराजगी के बाद अकाली दल की इस रैली का महत्व ओर भी बढ़ गया है। पार्टी के इस संकट समय पर सुखदेव सिंह ढींडसा, रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, सेवा सिंह सेखवें और रत्न सिंह अजनाला जैसे बड़े राजनीतिज्ञों ने दूरी बनाई हुई है। यह भी अंदेशा है कि यह नेता शायद रैली में भी न शामिल हो । 

swetha