जहरीली शराब पर बचाव में उतरी कांग्रेस सरकार, 5 मंत्रियों ने संभाली कमान

punjabkesari.in Tuesday, Aug 04, 2020 - 09:08 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): जहरीली शराब मामले में चौतरफा किरकिरी के बाद अब पंजाब सरकार बचाव की मुद्रा में आ गई है। सोमवार को एक के बाद एक 5 मंत्रियों ने जहरीली शराब मामले पर सरकार का बचाव किया। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भरत भूषण आशु, उद्योग मंत्री सुन्दर श्याम अरोड़ा, खेल, युवक सेवाएं और एन.आर.आईज मामलों के मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू और सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अरूणा चौधरी ने बयान जारी कर जहरीली शराब से हुई मौतों पर दुख जताते हुए विपक्ष के हमलों का जवाब दिया। 


आशु ने हरसिमरत बादल पर किया पलटवार
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने मौतों पर दुख जताते हुए कहा कि इस विपदा के समय केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल द्वारा कांग्रेस सरकार पर सत्ताधारी पार्टी के विधायकों को बचाने का दोष लगाने वाला बयान दुर्भाग्यपूर्ण है जो अकालियों की फिर सत्ता हासिल करने की लालसा को दिखाता है। आशु ने कहा कि अकाली दल में अब अचानक पंजाब के साथ इतनी हमदर्दी  कैसे पैदा हो गई है जबकि अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के समय इस पार्टी के नेता खुद नशों की तस्करी में शामिल थे और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पंजाब की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने में लगे हुए लोगों के साथ मिले हुए थे। उन्होंने कहा कि अकालियों द्वारा पंजाब के साथ किए गए धोखों की सूची बहुत लम्बी है, जिनमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, बहबलकलां और कोटकपूरा में गोलीकांड 
जैसे मामले शामिल हैं।


यह समय राजनीतिक रोटियां सेंकने का नहीं : सुन्दर श्याम अरोड़ा 
कैबिनेट मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा ने कहा कि यह समय राजनीतिक रोटियां सेंकने का नहीं है, बल्कि सभी पार्टियों द्वारा एक मंच पर इकठ्ठा होकर सांझे कदम उठाने का है। अरोड़ा ने कहा हरसिमरत कौर बादल की तरफ से कांग्रेस सरकार पर सत्ताधारी पार्टी के विधायकों को बचाने का आरोप दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए ही किया गया है। अकालियों को अपना खो चुका राजनीतिक आधार फिर से हासिल करने के लिए कुछ करके दिखाना चाहिए। अकालियों को पंजाब के लोगों के साथ अचानक प्यार हो गया? जब पिछली अकाली-भाजपा सरकार के कार्यकाल दौरान वह खुद नशों के कारोबार में लीन थे और पूर्व मंत्री मजीठिया तस्करों के साथ मिले हुए थे। अब अकालियों ने कांग्रेस सरकार की तरफ निशाना साधा है जबकि उनके अपने कार्यकाल में यह घटनाएं घट चुकी हैं।


अकालियों का आरोप ‘नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’ जैसा
खेल मंत्री ने कहा कि अकालियों का दोषारोपण ‘नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’ कहावत की तरह है, क्योंकि अकालियों के राज दौरान साल 2012 और 2016 में क्रमवार गुरदासपुर और बटाला में ऐसी घटनाएं घट चुकी हैं। बटाला घटना संबंधी न तो कोई एफ.आई.आर. दर्ज हुई थी और न ही मुख्य आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई।


पंजाब पुलिस केस को हल करने में पूर्णत: सक्षम : अरुणा चौधरी 
मंत्री अरूणा चौधरी ने कहा कि पंजाब पुलिस इस समूचे केस को हल करने में पूर्णत: सक्षम है। दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा इस कांड की सी.बी.आई. जांच की मांग संबंधी उन्होंने कहा कि यह मांग केवल राजनीतिक नाटक है, जबकि पंजाब पुलिस इस तरह के बहुत से मामले हल करने का अनुभव रखती है। मृतकों के परिवारों के साथ हमदर्दी प्रकट करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार ने इस कांड के हर मृतक के परिवार के लिए 2 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। पुलिस और आबकारी विभागों के 13 कर्मचारियों को पहले ही निलंबित कर दिया गया है। सरकार ने मैजिस्ट्रेट जांच के लिए आयोग बनाकर एक माह के भीतर रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।


‘सुखबीर बादल मगरमच्छ के आंसू बहाना बंद करें’
सेहत मंत्री ने कहा कि इस समय सुखबीर बादल को मगरमच्छ के आंसू बहाने की जगह अपने गिरेबां में झांकने की जरूरत है। मंत्री ने पूछा कि ‘क्या आपने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी होने के उपरांत इस्तीफा दिया था? आपने निर्दोष प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने के आदेश देते हुए एक बार भी नहीं सोचा। पूर्व उपमुख्यमंत्री द्वारा अपने रिश्तेदार बिक्रम सिंह मजीठिया को ड्रग माफिया के सरगना के साथ संबंध होने का पता होने के बावजूद कैबिनेट से बाहर नहीं निकाला गया, जबकि अकाली मंत्री सरवन सिंह फिल्लौर पर कार्रवाई की गई।

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