कर्नाटक व राजस्थान दोनों राज्यों में कांग्रेस ने भाजपा के शहरी वोट बैंक में सेंध लगाई

punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2019 - 09:36 AM (IST)

जालंधर(धवन): कर्नाटक तथा राजस्थान दोनों राज्यों में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस ने जबरदस्त वापसी कर ली है तथा भाजपा के शहरी वोट बैंक में सेंध लगा दी है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कर्नाटक तथा राजस्थान में भारी सफलता हासिल की थी परन्तु 6 महीने के अंदर हुए स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा से शहरी वोट बैंक छिनता हुआ दिखाई दे रहा है। 

कर्नाटक में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस ने सबसे अधिक 151 वार्डों में जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस की सहयोगी जे.डी.एस. ने 63 वार्डों में जीत हासिल की थी। इस तरह कांग्रेस व जे.डी.एस. ने मिलकर 214 वार्डों में जीत हासिल की थी। दूसरी तरफ भाजपा को केवल 125 वार्डों में जीत हासिल हुई थी। अब राजस्थान में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस पुन: अपना जलवा दिखाने में कामयाब हुई है। 2100 वार्डों में से कांग्रेस ने 961 वार्डों में जीत हासिल की है, जबकि भाजपा को 737 वार्डों में जीत हासिल हुई है। निर्दलीय जिनमें कांग्रेस के समर्थकों की गिनती अधिक है, ने भी 386 वार्डों में जीत हासिल कर ली है। 

अगर कर्नाटक तथा राजस्थान के स्थानीय निकाय चुनावों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो स्पष्ट होता है कि इनमें कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तुलना में वापसी कर ली है तथा शहरी वोट बैंक को दोबारा हासिल कर लिया है। पंजाब में भी हुए उपचुनावों में शहरी क्षेत्रों में कांग्रेस ने वापसी की थी। हरियाणा तथा महाराष्ट्र में विधानसभा के आम चुनावों में भी कांग्रेस ने अपेक्षा के अनुरूप शानदार प्रदर्शन करते हुए भाजपा को जबरदस्त टक्कर दी, जिस कारण हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा सामने आई, जबकि महाराष्ट्र में अभी तक किसी भी पार्टी की सरकार नहीं बन सकी है। स्थानीय निकाय चुनावों पर अगर दृष्टि डाली जाए तो राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, जबकि कर्नाटक में भाजपा की सरकार है। कर्नाटक में भाजपा की सरकार होने के बावजूद कांग्रेस ने शहरी वोट बैंक को जे.डी.एस. के साथ मिलकर अपने पक्ष में करने में सफलता हासिल की। राजस्थान के बाद अब नजरें झारखंड की तरफ टिकी हुई हैं, जहां विधानसभा के आम चुनाव होने जा रहे हैं। 

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