कर्फ्यू पास जारी न होने से खफा कांग्रेसी विधायक,कई चंडीगढ़ में अटके

punjabkesari.in Thursday, Mar 26, 2020 - 09:08 AM (IST)

जालंधर(खुराना):एक तरफ जहां पूरे देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण लाकडाऊन के आदेश हैं। वहीं पंजाब सरकार ने पूरे राज्य में कर्फ्यू लागू किया हुआ है। रविवार को लगे जनता कर्फ्यू और सोमवार से शुरू हुए पुलिस कर्फ्यू के कारण राज्य के लाखों लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ।

प्रशासनिक स्तर पर किए जा रहे प्रबंध लोगों के लिए अपर्याप्त सिद्ध हे रहे हैं। ऐसी हालत में पंजाब का सारा कंट्रोल अफसरशाही और डिप्टी कमिश्नरों तक के हाथों में आ चुका है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि पंजाब के विधायकों तक को कर्फ्यू के पास जारी नहीं हुए। इस कारण वह न अपने क्षेत्रों तक पहुंच सकते हैं और न ही अपने -अपने इलाकों के लोगों की सार ले सकते हैं। ऐसी स्थिति के मद्देनजर आज चंडीगढ़ के एम.एल.ए. होस्टल और फ्लैटों में राज्यों के 15 के करीब कांग्रेसी विधायकों की एक बैठक हुई। इसमें अफसरशाही की भूमिका पर रोष प्रकट किया गया।

बैठक दौरान विधायक कुलबीर सिंह जीरा, विधायक परमिन्दर सिंह पिंकी, विधायक फतेहजंग बाजवा, विधायक सुखपाल भुल्लर, विधायक गुरकीरत सिंह कोटली, विधायक गुरप्रीत सिंह जी.पी आदि के इलावा अन्य विधायक भी उपस्थित थे। इस दौरान मामला उठा कि गत दिनों जगरावां पुलिस ने विधायक कुलबीर सिंह जीरा के गनमैन को रोक लिया और उनको आगे नहीं जाने दिया। अब विधायकों को लग रहा है कि अगर वह कर्फ्यू दौरान बिना पास के सड़कों पर निकलते हैं या अपने क्षेत्रों की तरफ जाते हैं तो रास्ते में कहीं उनको पुलिस के हाथों बेइज्जत न होना पड़े। ‘

कांग्रेस का हाथ गरीबों कर साथ ’ कैसे पहुंचेगा कांग्रेसी विधायकों की इस बैठक दौरान एक विधायक ने तो यहां तक कह दिया है कि हमारी पार्टी का मुख्य सलोगन ही यह है कि ‘कांग्रेस का हाथ गरीबों के साथ ’ परन्तु अगर कांग्रेस के विधायक और मंत्री तक अपने-अपने की सार नहीं ले सकेंगे तो गरीब लोग कहां जाएंगे। विधायकों का कहना है कि पंजाब के कई मंत्री भी चंडीगढ़ में अटके हुए हैं और वह भी अपने -अपने विधानसभा क्षेत्रों की तरफ नहीं जा सकते।

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