ड्रोन से गिराए हथियारों में कांग्रेसियों का हाथ: मजीठिया

punjabkesari.in Friday, Sep 27, 2019 - 09:23 AM (IST)

अमृतसर(ममता): शिरोमणि अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने मौजूदा कांग्रेस सरकार के मंत्रियों एवं सांसद पर अपराधियों एवं आतंकियों को संरक्षण देकर पंजाब का माहौल खराब करने के आरोप लगाए हैं।  इस संबंध में उन्होंने आज यहां आयोजित प्रैस कांफ्रैंस में हाल ही में तरनतारन में ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियारों में मामले में हो रही जांच पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले के तार तरनतारन बम धमाके से जोड़ते हुए उसमें शामिल आरोपी गुरजंट सिंह जंटा को अमृतसर से कांग्रेसी सांसद गुरजीत सिंह औजला का नजदीकी बताया व साथ ही औजला द्वारा राजनीतिक दबाव डाल कर मामले से बचाने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया है। मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस रा’य में दोबारा हालातों को खराब करने में लगी हुई है। खालिस्तानी मूवमैंट में लगे लोगों को कांग्रेस संरक्षण दे रही है और राज्य के हालातों को एक बार फिर 80 व 90 वाला दशक रंग देने में लगी हुई ताकि कांग्रेस की ओर से किए गए चुनावी वायदों से जनता का ध्यान हटा कर आतंकवाद की दहशत की ओर उलझाया जाए। 


गुरजंट को एक्सपलोसिव एक्ट से बचाने का आरोप 
मजीठिया ने गुरजंट के मामले में 2 दर्ज एफ.आई.आर. का हवाला देते हुए कहा कि गुरजंट सांसद औजला का नजदीकी रिश्तेदार है। इस लिए पुलिस भी राजनीतिक दबाव के चलते इस मामले को मीडिया से छुपा रही है। 3 जनवरी 2019 को  एक एफ.आई.आर. तरनतारन सिटी थाना में एफ.आई.आर. नंबर 3 दर्ज हुई थी। इस में आरोपी गुरजंट सिंह, अमृतपाल सिंह और हरजीत सिंह के खिलाफ थी। घटना के दौरान बम धमाका हुआ था परंतु एफ.आई.आर. में बम धमाके को दर्ज नहीं किया गया था। मामला को सिर्फ सरपंची चुनावों का झगड़ा बताया गया। बाद में गुरजंट ने दूसरों के खिलाफ एक एफ.आई.आर. झूठी दर्ज करवा दी जिसको आई.पी.एस. अधिकारी ने लोगों के विरोध को देख रद्द किया था। मजीठिया ने दूसरी एफ.आई.आर. नंबर 280, 5 सितम्बर 2019 को तरनतारन में दर्ज की गई थी उसमें उक्त तीनों आरोपियों के नाम आए अब इसमें एक्सप्लोसिव एक्ट भी दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि अगर पहली एफ.आई.आर. में गुरजंट सिंह आदि पर एक्सपलोसिव एक्ट दर्ज कर दिया जाता तो तरनतारन में ब्लास्ट की दूसरी घटना सामने न आती। अंत तक गुरजंट को बचाने की सांसद की ओर से कोशिश की जा रही है। पुलिस पर काफी दबाव बनाया हुआ है।  उन्होंने कहा कि जालंधर के मकसूदां और राजासांसी निरंकारी भवन बम धमकों में जो लोगों की कथित शामूलियत है उस संबंध में सीधे रूप में अलग अलग कांग्रेसी नेताओं के साथ है। जिसकी उच्च स्तरीय किसी केेंद्रीय एजैंसी से जांच होनी चाहिए, क्योंकि पिछले समय के दौरान राज्य के अंदर जो भी सनसनी खेज घटनाएं हुई हैं उन सभी में अपराधियों के तार किसी न किसी रूप में कांग्रेसी नेताओं के साथ जुड़े हुए हैं। इसके लिए अकाली दल केंद्रीय गृह मंत्री से भी मुलाकात करके उन्हें पंजाब के हालातों से अवगत करवाएगा।


प्रैस कांफ्रैंस असाल्ट पर मोमबत्तियां जलाने के समान: औजला
सांसद गुरजीत सिंह औजला ने मजीठिया द्वारा पंजाब के माहौल को लेकर की गई प्रैस कांफ्रैंस को अलकायदा के सरगना द्वारा असाल्ट पर मोमबत्तियां जलाकर शांति मार्च निकालने के समान बताया। उन्होंने माना कि गुरजंट सिंह के साथ उनकी दूर की रिश्तेदारी जरूर है लेकिन बम धमाके के मामले में हो रही जांच दौरान न तो उन्होंने इस मामले में उनकी सहायता की है और न ही करेंगें। उन्होंने मजीठिया से कहा कि वे पंजाब की ङ्क्षचता न करें क्योंकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह यह बेहतर जानते हैं कि आतंकियों एवं नशा तस्करों से कैसे निपटा जाता है। 

Vatika