शराब की होम डिलिवरी नहीं चाहते ठेकेदार, बढ़ेगी तस्करी

punjabkesari.in Wednesday, Jun 10, 2020 - 04:41 PM (IST)

जालंधर(बुलंद ): पंजाब में आबकारी नीति के खिलाफ ठेकेदारों का लगातार विरोध जारी है। आज भी शहर में आधे-अधूरे ठेके ही खुले। इस मामले में शराब कारोबारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि उनकी पंजाब स्तर पर यूनियन की ओर से पंजाब सरकार का विरोध जारी रहेगा, क्योंकि शराब ठेके खोलने का आदेश है इसलिए आज भी शहर के सारे ग्रुपों ने अपने ठेके नहीं खोले। कुछ ग्रुपों ने ही अपने एक-दो ठेके ही खोले थे। कंटेनमैंट जोन के सारे ठेके बंद ही रहे पर शराब कारोबारियों ने कंटेनमैंट जोन के ठेकों को खोलकर वहां से माल जरूर दूसरे ठेकों पर शिफ्ट किया ताकि वहां से शराब बेची जा सके।  उन्होंने कहा कि हम शराब की होम डिलिवरी नहीं चाहते क्योंकि इससे तस्करी और बढ़ेगी। 

वहीं इस बारे में आबकारी विभाग के अधिकारियों ने कहा कि होम डिलिवरी तो खुद शराब कारोबारी व ठेकेदार ही नहीं चाहते। उन्होंने बताया कि अभी तक एक भी बोतल की होम डिलिवरी नहीं की गई क्योंकि ठेकेदारों ने इस बारे में कोई भी पत्र अनुमति लेने के लिए अप्लाई नहीं किया। विभाग के अनुसार अभी ठेकों पर अगले कुछ दिनों तक बेचने के लिए शराब उपलब्ध है और अगले कुछ दिनों में डिस्टिलरियों से शराब बनकर ठेकों पर सप्लाई होनी शुरू हो जाएगी।

न लेबर बची और न माल आ रहा है, क्या बेचें?
उधर, कुछ शराब कारोबारियों से बात की गई तो पता चला कि शराब ठेकेदार परेशान हैं क्योंकि उनकी अधिकतर लेबर वापस अपने गृह राज्यों को जा रही है। जो लेबर बची है, उनसे  एक-दो ठेके ही चलाए जा रहे हैं। एक ठेकेदार ने बताया कि उनके ठेकों पर जो स्टॉक उपलब्ध है वह लेबर क्लास का है। वहीं ठेके पर नई शराब की डिलिवरी भी नहीं आ रही है। पंजाब के ग्राहक अपनी पसंद का ब्रांड मांगते हैं जोकि ठेकों पर उपलब्ध नहीं होता, जिस कारण ठेकों पर बिक्री भी पूरी नहीं हो रही। वैसे भी एक ग्रुप के 5 ठेके  खुलें तब ही लाइसैंस फीस पूरी हो पाएगी। एक आधे ठेके से क्या बनेगा?  शराब कारोबारियों का कहना है कि सरकार ने अब आबकारी मामलों की सोमवार को बैठक बुलाई है अगर सरकार कोई राहत भरा फैसला लेती है तो ठेकेदारों को राहत की सांस आएगी वर्ना विरोध जारी रहेगा।


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Vaneet

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