सियासी चश्में के निशाने पर भगवान हनुमान, पंजाब कांग्रेस के MLA के 5 दोहों ने खोला ये राज

punjabkesari.in Saturday, Dec 29, 2018 - 07:09 PM (IST)

चंडीगढ़। भगवान हनुमान को ‘दलित’ बताकर विवादास्पद बयानबाजी की शुरुआत करने वाले उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने देश में एक नई बहस को जन्म दे दिया है। यूं कहिए कि CM आदित्यनाथ ने भगवान हनुमान को सियासी चश्मे से देखकर दलित बताया। उनके ही इस बयान के बाद उनके ही एक मंत्री ने जाट कहा। यहां तक की भाजपा के ही मुस्लिम नेता भगवान हनुमान को मुसलमान कहा। किसी ने कहा कि वह श्रीलंका से आए हैं। कांग्रेस ने यूपी के सीएम योगी के बयान को लेकर इनकी आलोचना की और कहा कि जतिवाद में बांटने वाली भाजपा ने भ्गवाने को भी बांट दिया है। पंजाब कांग्रेस विधायक अमरेंद्र राजा वडिंग ने भाजपा नेताओं द्वारा हनुमान की जाति को लेकर किए गए कथनों को लेकर तीखा प्रहार किया है । इन नेताओं के बयानों पर हनुमान चालीसा की पैराडी बनाकर तथाकथित नेताओं को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने ट्वीट कर हुनमान चालीसा की पैरोडी (दोहों) बनाकर अपनी बात रखने की कोशिश की और विवादों के घेरे में आ गए। उन्होंने दोहों में उन लोगों की ओर इशारा किया जो भगवान हनुमान को सियासी चश्मे से देख रहे थे। 

वड़िंग ने जो ट्वीट किया...

जय हनुमान दलित वनवासी। 
जोगी तुम्हरे जात निकासी॥

रामदूत अतुलित बलधामा।
जाटपुत्र पवनसुत नामा॥

महावीर मुस्लिम बजरंगी।
भक्त तुम्हारो बुक्कल संघी॥

कंचन वरण विराज सुकेसा।
जैन धरम में किये प्रवेसा॥

विद्यावान गुनी अति चातुर।
ब्राह्मण कभौ कभौ तुम ठाकुर॥

दोहों में ये संकेत दिए गए हैं कि किसने विवाद होने पर हनुमान पर अपना हक जमाया है। हालांकि दोहों को हनुमान चालिसा की तरह से लिखने पर खासा बखेड़ा खड़ा हो गया है। अगर गौर करें तो क्रमश: इन बयानों के आधार पर यह दोहे तैयार किए गए हैं। 

योगी आदित्यनाथ के बयान से भड़की चिंगारी....

राजस्थान के अलवर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि भगवान हनुमान वनवासी, वंचित और दलित थे। हनुमान ने भारत के सभी समुदायों को जोड़ने का काम किया था। इस पर एक संस्था ने उन्हें नोटिस भी भेजा था।

क्या भगवान हनुमान जाट थे? ...

उत्तर प्रदेश सरकार में धार्मिक मामलों के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण सिंह भी मामले में पीछे नहीं रहे, उन्होंने दावा किया है कि भगवान हनुमान ‘जाट’ थे। उनका तर्क जानिए कहते हैं, ये जो हनुमान जी की प्रवृत्ति है, वह जाटों से मिलती है। इसलिए मैंने कहा हनुमान जी जाट ही होंगे।’

मुस्लिम तर्क पर भी जरा गौर करें....

इस बारे में भाजपा के ही एक एमएलसी ने विवादित बयान दिया है। ये एमएलसी हैं बुक्कल नवाब, जो अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि भगवान हनुमान मुसलमान थे। वह कहते हैं हमारे यहां जो नाम रखे जाते हैं, रहमान, रमजान, फरमान, जिशान, कुर्बान, जितने भी नाम रखे जाते हैं, वो करीब-करीब हनुमान जी के नाम पर ही रखे जाते हैं या उनसे मिलते जुलते रखे जाते हैं।’

जैन मुनि का दावा...

योगी के बयान के बाद जैन मुनि निर्भय सागरजी ने कहा कि हनुमान जैन थे। उन्होंने कहा कि जैन दर्शन के कई ग्रंथों में हनुमान जी जैन होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जैन धर्म में 24 कामदेव होते हैं, उनमें से एक हनुमानजी भी हैं। 

बहस के बाद हनुमान आदिवासी....

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंद कुमार साय ने कहा था कि भगवान हनुमान आदिवासी हैं। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि लोग मानते हैं कि भगवान राम की सेना में वानर, भालू और गिद्ध थे।

राजा वड़िंग की इन पक्तिंयों को ध्यान से पढ़ा जाए तो उन्होंने हनुमान को कांग्रेस का या किसी अन्य धर्म से संबधित नहीं बताया है। यह पंक्तियां उन लोगों के इर्द-गिर्द घूमती नजर आ रही हैं, जिन्होंने भगवान हनुमान पर टिप्पणियां की हैं। अलबत्ता हनुमान चालिसा की पंक्तियों से यह छेड़खानी का मामला है। यह मामला सामने आने के बाद भाजपा और संत समाज के लोग उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।  
 

Suraj Thakur