ऐतिहासिक मस्जिद में फिल्म की शूटिंग को लेकर छिड़ा विवाद, भड़के मुस्लिम समुदाय ने की ये मांग

punjabkesari.in Sunday, Jan 14, 2024 - 11:27 AM (IST)

कपूरथला : क्षेत्र की ऐतिहासिक मॉरिस मस्जिद में एक प्रोडक्शन हाऊस द्वारा फिल्म की चल रही शूटिंग का मुस्लिम समुदाय से जुड़े संगठनों ने कड़ा विरोध कर मस्जिद में लगे सेट को हटाकर शूटिंग रोक दी गई है। हालांकि प्रोडक्शन हाऊस के पास प्रशासन और पुरातन विभाग की परमिशन भी थी। वहीं विरोध करने वालों ने प्रशासन से मांग की है कि किसी शूटिंग की मंजूरी देने से पहले मुस्लिम समुदाय की सहमति भी ले ली जाए।

बता दें कि फिल्म के आयोजकों ने स्थानीय मॉरिस मस्जिद में फिल्म की शूटिंग के लिए सेट लगाना शुरू कर दिया और जब इसकी जानकारी मुस्लिम समुदाय के लोगों को हुई तो बड़ी संख्या में समुदाय से जुड़े लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने मॉरिस मस्जिद में फिल्म की शूटिंग का कड़ा विरोध किया। इसी दौरान थाना सिटी अर्बन एस्टेट से ए.एस.आई. दिलबाग सिंह सहित पी.सी.आर. टीम और पी.सी.आर. के प्रभारी दर्शन सिंह मौके पर पहुंचे।

उल्लेखनीय है कि यह मॉरिस मस्जिद महाराजा कपूरथला ने बनवाई थी जिसका एक मॉडल यूरोप के मोरक्को में भी है। उन्होंने फिल्म की शूटिंग का विरोध कर रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों को शांत किया और आश्वस्त किया और कहा कि उनकी अनुमति के बिना मस्जिद में शूटिंग नहीं होने दी जाएगी। फिल्म की शूटिंग स्थल पर मौजूद आयोजकों ने पुलिस को मॉरिस मस्जिद में फिल्म शूटिंग के संबंध में निदेशक सांस्कृतिक मामले, पुरातत्व और संग्रहालय विभाग, चंडीगढ़ और जिला प्रशासन की ओर से परमिशन के दस्तावेज पत्र दिखाए।

दूसरी तरफ बीबी पीरोवाली मस्जिद के इमाम मौलाना अमानुल्लाह और गुर्जर समुदाय के नेताओं ने पुलिस अधिकारियों और फिल्म प्रबंधन को स्पष्ट रूप से कहा कि अगर किसी ने फिल्म की शूटिंग की अनुमति दी, तो मुस्लिम समुदाय किसी भी हालत में मस्जिद में फिल्म की शूटिंग नहीं करने देगा।

मौलाना अमानुल्लाह ने बताया कि मस्जिद मुस्लिम समुदाय के लिए एक पवित्र पूजा स्थल है और यहां किसी भी नृत्य, गायन या किसी फिल्म की शूटिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर कोई मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाएगा तो उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। मौलाना अमानुल्लाह ने यह भी कहा कि फिल्म की शूटिंग को लेकर उन्होंने जिला प्रशासन से भी बात की और मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं से अवगत कराया। उन्होंने इस मामले को शाही इमाम और ए.डी.जी.पी. तक पहुंचाया। पंजाब पुलिस ने भी इसे एम फारूकी के संज्ञान में ला दिया है।

दूसरी तरफ फिल्म के प्रोड्यूसर कुलदीप सिंह ने कहा कि वह मुस्लिम समुदाय और प्रशासन के अधिकारियों से बात करने के बाद ही फिल्म की शूटिंग करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि शूटिंग से पहले उन्होंने मुस्लिम समुदाय के कुछ नेताओं से मुलाकात की थी और उनसे कहा था कि फिल्म के जिन दृश्यों पर आपको आपत्ति है, वह उन्हें काट देंगे। और मस्जिद के धार्मिक मानदंडों के अनुसार फिल्म के दृश्य शूट करेंगे। बता दें कि करीब 14 साल पहले 2010 में भी मॉरिस मस्जिद में हिंदी फिल्म तनु वेड्स मनु की शूटिंग का भी मुस्लिम समुदाय ने विरोध किया था और फिर उक्त फिल्म की शूटिंग मस्जिद के बजाए कहीं और की गई थी।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here 

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

News Editor

Kalash