कोरोना संकटः चंडीगढ़ के लोगों के लिए अहम खबर, फिर लागू होगा Lockdown

punjabkesari.in Saturday, Jul 11, 2020 - 09:26 AM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र): पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने सोमवार को ट्राई सिटी के अधिकारियों के साथ डेली वार रूम बैठक की अध्यक्षता की और शहर में कोरोना वायरस के बढ़ते केसों के चलते शहरवासियों को एक बार फिर चेताया है कि कई लोग खतरे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अगर आगे भी लोगों का ऐसे ही रवैया रहा तो वीकैंड में लॉकडाऊन लगाना पड़ेगा। प्रशासक ने डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस को ये सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं कि रात 10 से लेकर सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू की सख्ती से पालना होनी चाहिए। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अगर कोई वाहन कफ्र्यू टाइमिंग के दौरान घूमता हुआ पाया जाता है तो वाहन को जब्त किया जाए। बैठक में इसके अलावा फैसला लिया गया कि शहर में कोरोना के बिना लक्षण वाले मरीजों की पहचान के लिए एक बार फिर घर-घर जाकर जांच की जाएगी। सर्वे की शुरुआत सैक्टर-41 से होगी, जहां पर स्वास्थ्य विभाग की 14 टीमें घर-घर जाकर कोरोना वायरस के लक्षणों की पहचान करेंगी।

घर-घर जांच के लिए 14 टीमें तैयार की 
बैठक में डायरैक्टर हेल्थ सर्विसिज डॉक्टर जी. दीवान ने कहा कि शहर में कोरोना के बिना लक्षण वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में वह एक बार फिर से घर घर जाकर ऐसे मरीजों की पहचान करेंगे। इसके लिए 14 टीमें तैयार की गई हैं। इस सर्वे की शुरुआत सैक्टर-41 से होगी, जहां पर 5000 घरों में रहने वाले लोगों की डॉक्टर और पैरामैडीकल स्टाफ  जांच करेंगे। बैठक में मोहाली और पंचकूला के डी.सी. भी उपस्थित रहे। मोहाली के डी.सी. ने बताया कि उनके यहां अभी 76 कोरोना वायरस के एक्टिव केस हैं। पंचकूला डी.सी. ने बताया कि वहां पर 22 एक्टिव केस हैं। प्रशासक ने मोहाली व पंचकूला को उनके बॉर्डर पर सख्ती बरतने के आदेश दिए। 
 

बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें
बैठक में प्रशासक बदनौर ने कहा कि कई शहरवासी अभी भी कोरोना वायरस के खतरे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। उन्होंने सलाह दी कि लोगों को अभी भी घर में ही रहना चाहिए और बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलना चाहिए। इसके अलावा सार्वजनिक स्थलों पर जाने से पहले मास्क जरूर लगाना चाहिए।

पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के साथ बैठक करेगा पी.जी.आई. 
प्रशासक बदनौर ने पी.जी.आई. के डायरैक्टर को आदेश दिए कि वह पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के डायरैक्टर हैल्थ सर्विसेज के साथ एक बैठक करें और अन्य राज्यों से आने वाले मरीजों के लिए एक पॉलिसी बनाएं। प्रशासक ने यह स्पष्ट किया कि पी.जी.आई. केंद्र सरकार द्वारा चलाए जाने वाली संस्था है और चंडीगढ़ एक केंद्र शासित प्रदेश है। ऐसे में किसी भी राज्य से आने वाले मरीज का इलाज पी.जी.आई. में किया जाएगा। किसी को भी वापस नहीं भेजा जाएगा।


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