कोरोनावायरस: अमरपुरा सील, रात 1.30 बजे किया पूजा का संस्कार

punjabkesari.in Tuesday, Mar 31, 2020 - 10:19 AM (IST)

लुधियाना (ऋषि, सहगल): कोरोना के चलते अमरपुरा की महिला पूजा की मौत के बाद पुलिस और प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल व अन्य प्रशासनिक अधिकारी भारी फोर्स सहित महिला के घर पहुंचे।  पूरा इलाका पुलिस छावनी में तबदील हो गया। देर शाम तक पुलिस ने अमरपुरा और आसपास के इलाकों की कुल 46 गलियां सील कर दीं, जहां पर 7 जगह पर पक्के नाके लगाकर 150 मुलाजिम तैनात किए गए हैं। अब सेहत विभाग की तरफ से जांच पूरी न करने तक न तो कोई इलाके में आ सकता है और न ही जा सकता है। 

इसी बीच देर रात करीब 1.30 बजे पटियाला के राजिन्द्रा अस्पताल से पूजा का शव लेकर उसके दोनों बेटे और सेहत विभाग व पुलिस प्रशासन के अधिकारी लुधियाना पहुंचे। शव को घर न ले जाकर सीधे डिवीजन नं. 3 के इलाके में स्थित श्मशानघाट में पहुंचाया गया जहां पुलिस,  प्रशासनिक अधिकारियों व मृतका के बेटों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस के अनुसार मृतका 1 महीना पहले अपने रिश्तेदारों के घर जम्मू गई थी और रोजाना घर की सब्जी व अन्य सामान लेने भी खुद ही मार्कीट जाती थी। पुलिस के अनुसार मृतका की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। विदेश से आए जो लोग महिला से मिले हैं। उनकी भी एक अलग लिस्ट तैयार करवाने के लिए टीम जुटी हुई है। 

ए.डी.सी.पी. वन गुरप्रीत सिंह सिकंद ने बताया कि पुलिस की तरफ से मृतका के पारिवारिक मैंबरों, रिश्तेदारों, जान-पहचान वालों और आस-पड़ोस में रहने वाले सभी लोगों की लिस्टें तैयार की गई हैं। सेहत विभाग की टीम के साथ मिलकर कई मैडीकल टीमें तैयार की गईं, जो देर रात ही सभी के घरों में जांच करने पहुंचने लगीं। पुलिस के अनुसार आरंभिक जांच में सामने आया है कि महिला अमरपुरा में किराए के कमरे में रह रही थी। महिला लगभग 5 महीने पहले सब्जी मंडी में काम करती थी। जिस घर में महिला किराए पर रह रही थी, वहां पर उसके पास सिर्फ एक कमरा ही था, जबकि उसकी फ्लोर पर 2 अन्य कमरों में 2 परिवार किराए पर रह रहे हैं। पुलिस के अनुसार पूजा के पति की 12 साल पहले मौत हो चुकी है,उसका एक 20 साल का और दूसरा 15 साल का बेटा है,जबकि 18 साल की बेटी डाबा में मौसी के घर रहती है। बेटा गुरु नानक देव भवन में नौकरी करता है। पुलिस की तरफ से पूरे इलाके में लाऊडस्पीकर के माध्यम से घरों से बाहर न आने की अपील की जा रही थी।

वैंटीलेटर न होने के कारण महिला को किया था पटियाला रैफर
महिला को जब लाया गया था, तब उसके साथ एक बुजुर्ग व्यक्ति भी था जोकि महिला का रिश्तेदार है, वह शिमलापुरी का रहने वाला है। एमरजैंसी में महिला को व्हीलचेयर पर बिठा कर लाया गया था। सिविल अस्पताल में कोई वैंटीलेटर नहीं था। इसलिए डाक्टर्स ने महिला को पटियाला स्थित रजिंद्रा अस्पताल रैफर कर दिया था।

मृतका की बहन, बेटी और रिश्तेदारों के लिए सैंपल 
मृतक महिला को करीब एक हफ्ते से खांसी, जुकाम के कारण सांस की प्राब्लम चल रही थी। 4 दिनों पहले भी सिविल अस्पताल में दवाई लेने के लिए आई थी। इसके अलावा वह इस बीच ई.एस.आई. अस्पताल में भी गई थी। पता चला है कि महिला एक फैक्टरी में काम करती थी। एक हफ्ते पहले ही उसके बेटों ने फैक्टरी से छुट्टी करवा ली थी। सोमवार की रात को महिला की मौत के बाद शिमलापुरी में रहने वाले उसके रिश्तेदार के घर पर भी सेहत विभाग की टीम पहुंची और उनके सैंपल लिए। इसके अलावा महिला की देखभाल करने के लिए घर पर आने वाली उसकी बहन के भी सैंपल लिए गए हैं। रविवार को पटियाला रैफ र करते समय बेटी अपनी मां से मिलने सिविल अस्पताल आई थी, इसी के चलते अब पुलिस ने बेटी, उसके मौसी, मौसा और उनके 2 बेटों को भी अपने साथ लेकर सिविल अस्पताल पहुंच गई है,देर रात समाचार लिखे जाने तक सारे परिवार के मैडीकल टैस्ट करवाए जा रहे थे, वहीं दोनों बेटों व उसी घर में रहने वाले सभी लोगों के भी टैस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी।इसी बीच पता चला है कि महिला की बेटी को पटियाला के रजिन्द्रा अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।  डाबा में जिस घर में परिवार रहता है, उसके आसपास का इलाका भी सील कर दिया गया है।

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