कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग के लिए प्लाज्मा थैरेपी कर रही है ‘संजीवनी बूटी’ का काम

punjabkesari.in Monday, Jul 13, 2020 - 09:36 AM (IST)

अमृतसर(दलजीत): गंभीर अवस्था वाले कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग मरीजों के लिए प्लाज्मा थैरेपी संजीवनी बूटी का काम कर रही है। सरकारी मैडीकल कालेज अमृतसर में थैरेपी के सफल परीक्षण द्वारा 2 बुजुर्गों को ठीक करके घर भेजा गया है। 75 तथा 65 वर्षीय मरीज कोरोना पॉजिटिव के अलावा अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे।

प्लाज्मा थैरेपी के सफल परिणाम के बाद डाक्टरों का उत्साह काफी बढ़ गया है तथा वह और बेहतरी से मरीजों का इलाज कर रहे हैं। पंजाब सरकार द्वारा सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर पटियाला तथा अन्य अस्पतालों में कोरोना पॉजिटिव गंभीर अवस्था वाले मरीजों की जान बचाने के लिए आई.सी.एम.आर. से आज्ञा लेकर प्लाजमा थैरेपी से इलाज किया जा रहा है। थैरेपी के शुरूआती समय के दौरान कोरोना की गिरफ्त से बाहर आए मरीज प्ला’मा देने के लिए आगे नहीं आ रहे थे, परंतु सरकारी डॉक्टरों द्वारा उन्हें उत्साहित करने के बाद वह अब आगे आने शुरू हो गए हैं। सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर के प्रिंसीपल डा. राजीव देवगन ने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी का सफल परीक्षण सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर में हो रहा है। 75 तथा 65 वर्ष के 2 बुजुर्गों की जान बचाई गई है, यह बुजुर्ग ब्लड प्रैशर, शुगर व अन्य बीमारियों से पीड़ित है। थैरेपी के अच्छे परिणाम सामने आने के बाद अब डॉक्टर व मेहनत तथा लगन से मरीजों की सेवा कर रहे हैं। 


दूसरे शहरों के अस्पतालों में कमी होने पर अमृतसर से भेजे जाते हैं प्लाजमा
उन्होंने बताया कि प्लाज्मा की कोई भी कमी नहीं है, अगर सरकारी मैडीकल कॉलेज पटियाला, फरीदकोट या डी.एम.सी. में दाखिल गंभीर अवस्था वाले मरीज को प्लाज्मा की कमी होती है तो अमृतसर में मौजूद प्लाज्मा उक्त संस्थाओं में भेज दिया जाता है व जब अमृतसर संस्था में इसकी जरूरत होती है तो बाकी संस्थाओं से इसे मंगवा लिया जाता है। सरकार के निर्देशों पर सभी संस्थाएं मिलकर कोरोना को मात देने में लगी हुई हैं। सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर के संपर्क में से कई मरीज देने के लिए सामने आ रहे हैं, जिनके सहयोग से दूसरे मरीजों को ठीक किया जा रहा है। प्रिंसीपल ने बताया कि सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर में प्लाज्मा थैरेपी से पहले जिन मरीजों की से मौत हुई है। वह कोरोना पॉजिटिव के अलावा अन्य बीमारियों से पीड़ित थे तथा मरीजों के परिजन उन्हें तब अस्पताल में लाते थे, जब उनकी हालत काफी गंभीर हो जाती थी। प्रिंसीपल ने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी के लिए ब्लड बैंक तथा मैडीसन विभाग के डाक्टरों की विशेष टीम का गठन किया गया है, जो कोरोना से ठीक हुए पॉजिटिव मरीजों के ब्लड सैंपल लेकर अन्य मरीजों के लिए प्लाज्मा तैयार कर रहे हैं। सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर के डा. मेहनत तथा लगन से मरीजों की सेवा कर रहे हैं।

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