कोरोना का खौफ : पंजाब के 4 लाख लोगों पर सरकार की नजर

punjabkesari.in Wednesday, Mar 25, 2020 - 08:57 AM (IST)

जालंधर(एन. मोहन): कोरोना वायरस के खौफ में सबसे बड़ा खौफ करीब 4 लाख वे लोग बने हुए हैं जो चंद रोज पहले 3 दिन तक चले श्री आनंदपुर साहिब में होला मोहल्ला उत्सव में शामिल होकर आए हैं। चूंकि सभी श्रद्धालु अब अपने-अपने घरों को लौट चुके हैं ऐसे में सभी जिलों के अधिकारियों को होला मोहल्ला जाकर आए लोगों का विवरण बनाने और उन पर नजर रखने के लिए कहा गया है। इधर विभिन्न जिलों के अधिकारी अब श्रद्धालुओं को ढूंढने में लगे हुए हैं।

चंद रोज पहले नवांशहर में कोरोना से पीड़ित जिस व्यक्ति बलदेव सिंह की मौत हो गई थी, वह होला मोहल्ला मेले में & दिन श्री आनंदपुर साहिब में रुका था। वह & दिन तक वहां घूमता रहा, लंगर में सेवा भी की। माना जा रहा है कि वह असंख्य लोगों के संपर्क में आया। होला मोहल्ला समारोह में कई लाख श्रद्धालु देश और विदेशों से आते हैं। अब पंजाब सरकार ने सभी जिलों के उपायुक्तों को पत्र जारी करके कहा है कि ऐसे श्रद्धालुओं की सूची तैयार करें और उन्हें सार्वजनिक स्थानों तथा घर से बाहर आने से रोकने की व्यवस्था करें। आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों के अतिरिक्त सहकारी सभाओं के कर्मचारियों, राजस्व विभाग के लोगों, पंचायत विभाग के लोगों, सरपंचों तथा पंचों को उन श्रद्धालुओं की तलाश में लगा रखा है। जिला लुधियाना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने ऐसे श्रद्धालुओं की रिपोर्ट बनाकर देने के लिए तो नहीं कहा परंतु ऐसे लोगों की सख्त निगरानी करने और उनका चैकअप करवाने के लिए कहा है। ऐसे लोगों की 14 दिन तक निगरानी रखी जा रही है परन्तु अभी तक पूरे श्रद्धालुओं का पता ही नहीं चल पाया है।

गौरतलब है कि उक्त निर्देश मिलने के तुरंत बाद ही श्री आनंदपुर साहिब को सील कर दिया गया था और बाजार बंद हो गए थे। जिस डेरा में कोरोना पीड़ित मृतक रुका था उसके पास स्थित एक घर में गुरुवार रात 8 साल की ब‘ची में कोरोना के लक्षण मिले थे। ङ्क्षचता की बात यह भी है कि होला मोहल्ला के दौरान पंजाबी श्रद्धालुओं द्वारा साथ ही हिमाचल के बिलासपुर के गुरु का लाहौर, श्री नयना देवी और मणिकर्ण साहिब में भी माथा टेकने की परम्परा है। सरकार को ङ्क्षचता इसी बात की है कि मृतक इन स्थानों पर तो नहीं गया था, इसकी भी जांच चल रही है। अब चूंकि होला मोहल्ला के श्रद्धालु गांव-गांव वापस लौट चुके हैं, प्रशासन के लिए अब उन्हें ढूंढना मुश्किल हो रहा है। जिला स्तर पर भी प्रशासन द्वारा ऐसी सूचनाएं जारी की जा रही हैं कि जो लोग होला मोहल्ला त्यौहार से वापस लौटे हैं उनमें अथवा उनके पारिवारिक सदस्यों में खांसी, सर्दी, बुखार के लक्षण नजर आएं तो तत्काल जिला के कंट्रोल रूम में संपर्क करें। रा’य भर की 52000 से अधिक आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों के अतिरिक्त सहकारी सभाओं के कर्मचारियों को घर-घर जाकर सर्वे करने और लोगों को जागरूक करने के लिए कहा गया है। पंचायत विभाग द्वारा भी इस बात को लेकर बैठकें की जा रही हैं और एक-एक पंच तक को होला मोहल्ला में शामिल हुए लोगों का विवरण एकत्र करने तथा उन पर निगरानी करने के लिए कहा गया है। अधिकारियों की सांसें 30 मार्च तक अटकी हुई हैं जब होला मोहल्ला पर्व के 14 दिन पार होने के बाद वे अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे।

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