पंजाब में कोरोना वायरस के इंटरनल स्प्रैड का साया, अगली स्टेज है कम्युनिटी स्प्रैड

punjabkesari.in Monday, Apr 06, 2020 - 08:29 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): पंजाब में कोरोना वायरस के इंटरनल स्प्रैड का साया मंडराने लगा है। यही सिलसिला रहा तो जल्द ही पंजाब कम्युनिटी स्प्रैड की जद में भी आ सकता है। यह बात पंजाब डिजास्टर मैनेजमैंट कोविड 19 के दस्तावेजों से सामने आई है। दस्तावेजों में बताया गया है कि प्रदेश भर से कोविड पॉजीटिव 6 मामले इस तरह के सामने आए हैं जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है यानी न तो वो किसी यात्रा पर गए, न ही उन्हें किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने का पता है। 

कोविड 19 डिजास्टर मैनेजमैंट सेल के अधिकारियों के अनुसार पंजाब में कुछ इस तरह के मामले सामने आए जिनका पॉजीटिव केसों से मिलने का कोई जिक्र नहीं है और कोई ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं है। पिछले 3 दिनों में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। जहां-जहां इस तरह के केस सामने आ रहे हैं सरकार लगातार उन जगहों को सील करने का काम कर रही है। साथ ही पंजाब में जागरूकता अभियान को भी तेज किया जा रहा है। हालांकि इस तरह के मामलों में अभी भी स्वास्थ्य विभाग की टीमें संक्रमित लोगों की कांटैक्ट हिस्ट्री को तलाशने में जुटी हुई है लेकिन अभी तक उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली है।


इन जिलों से आए हैं इंटरनल स्प्रैड के मामले 
राज्य में अभी तक अमृतसर, बरनाला, लुधियाना, डेरा बस्सी, फरीदकोट से कुल 6 मामले सामने आए हैं। डॉक्टरों के अनुसार इन केसों में संक्रमित हुए लोग किसी विदेशी से नहीं मिले थे और न ही वो किसी अन्य राज्य में घूमने गए थे। 

यह होता है इंटरनल स्प्रैड 
पंजाब में कोविड 19 डिजास्टर मैनेजमैंट के वरिष्ठ डा. राजेश भास्कर के मुताबिक इंटरनल स्प्रैड ठीक कम्युनिटी स्प्रैड से पहले की स्टेज है। इस स्टेज में मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं होती और न ही उसे अपने संक्रमण के कारण का पता होता है। इसमें मरीजों की संख्या कम होती है और अमूमन उनके संक्रमण का कारण पता करने में कामयाबी भी मिल जाती है। वहीं कम्युनिटी स्टेज है जहां घर से बाहर पांव रखते ही संक्रमण का खतरा कभी भी घेर सकता है। संक्रमित मरीजों की संख्या इतनी ’यादा होती है कि जगह-जगह संक्रमण के खतरे मंडरा रहे होते हैं। सीधे तौर पर कहें तो समाज में स्थितियां विस्फोटक हो चुकी होती हैं जैसा कि वुहान में देखने को मिला। जहां घर से बाहर पांव रखते ही लोग संक्रमित हो रहे थे और उन्हें संक्रमण का कारण पता नहीं चल रहा था। 


कम्युनिटी स्प्रैड का खतरा
स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञ भी इंटरनल स्प्रैड के मामलों को काफी खतरनाक मान रहे हैं। यह सीधे तौर पर कोरोना वायरस के कम्युनिटी स्प्रैड में प्रवेश करने की घंटी है। हालांकि मामलों की बहुतायत पर ही यह निर्भर करेगा कि सरकार इसकी अधिकारिक घोषणा कब करती है। लेकिन सरकार को अभी से ठोस एहतियाती कदम उठाने होंगे ताकि पंजाब को इसके चंगुल से मुक्त रखने की कोशिश की जा सके।

पहला केसः शनिवार व रविवार को इंटरनल स्प्रैड के मुख्य 2 मामले 
डेरा बस्सी से कोरोना पॉजीटिव आए 42 वर्षीय व्यक्ति जोकि एक गांव ’वाहरपुर में छोटी सी बेकरी चलाते हैं, न उनकी और न ही उनके गांव में से किसी भी बाशिंदे की कोई भी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। ये &0 मार्च को मुबारकपुर के एक अस्पताल में और बाद में चंडीगढ़ के 32 अस्पताल में दाखिल किया गया है। इनके 2 मुस्लिम मजदूर मार्च के आखिरी दिनों में निजामुद्दीन से वापस आए लोगों से मिले थे। स्थानीय प्रशासन ने इस केस में सभी मुख्य संपर्क में आए लोगों को एकांतवास में रहने के निर्देश दे दिए हैं। 

दूसरा केसः यह केस बरनाला की रहने वाली 44 वर्षीय महिला का है जिसे पॉजीटिव आने के बाद अस्पताल आइसोलेशन में भेज दिया गया है। इनकी भी कोई ट्रैवल जानकारी अधिकारिक तौर पर सामने नहीं आई है। यह महिला सेखां रोड की गली नंबर 4 की रहने वाली हैं।

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