ऐसे पनपता है Corona वायरस,इनको है सबसे ज्यादा खतरा

punjabkesari.in Wednesday, Mar 18, 2020 - 09:36 AM (IST)

जलंधरः कोरोना वायरस ने तेजी से पूरे विश्व में पैर पसार लिए है। इसने अविकसित से लेकर विकसित देश को भी अपनी चपेट में ले लिया है। पिछले साल दिसंबर में चीन में कोरोना वायरस कोविड -19 का पहला मामला सामने आया था। इसके बाद यह तेजी से दुनिया के 140 से अधिक देशों में फैल गया। विश्व सेहत संगठन (WHO) को इसको एक महामारी घोषित करना पड़ा। अब सवाल यह हैं कि यह वायरस शरीर पर कैसे हमला करता है? बहुत से लोग जो अस्पताल में उपचार करवा रहे थे क्यों मर गए?

किसी को भी संक्रमित कर सकता है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस किसी को भी संक्रमित कर सकता है। उन लोगों को ज्यादा जोखिम होता है,जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे होते हैं या बुजुर्ग होते हैं।  दि लैंसेट जरनल के अध्ययन मुताबिक वह लोग जो बुढापे में हैं या जिन को हाई बलड प्रेशर और शुगर जैसी बीमारियां हैं, उनमें कोरोना वायरस से पीड़ित होने का खतरा अधिक होता है। यह अध्ययन चीन के वुहान के 2 अस्पतालों के 191 मरीजों पर किया गया था। इन मरीजों की उम्र 18 से 87 साल तक थी। ज्यादातर मरीजों को भर्ती होने पर हाई ब्लड प्रैशर और शुगर जैसी बीमारियां थी।

 वायरस होने पर होती है सांस लेने में दिककत
वायरस इससे पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। शरीर के अंदर जाने के बाद यह वायरस सांस लेने में तकलीफ पैदा कर सकता है। इसका पहला हमला आपके गले के सैलों पर होता है। यह फिर सांस की पाइप और फेफड़ों पर हमला करता है। वहां फिर यह एक किस्म की "कोरोना वायरस फैमिली'' बनाता है। मतलब इनका संख्य बढ़ती है। नए कोरोना वायरस बाकी सैलों पर हमला करते हैं। शुरूआती पड़ाव में आप अपने आप को बीमार महसूस नहीं  करते। हालांकि, कुछ लोगों में संक्रमण की शुरूआत से ही लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते हैं। वायरस के साथ इनफैकटड दिखाई देने का समय लोगों में अलग -अलग हो सकता है। औसत यह पांच दिन का होता है।

मामूली होते हैं वायरस के लक्षण
ज्यादातर लोगों में जो लक्षण दिखाई देते हैं वह मामूली होते हैं। कहा जा सकता है कि संक्रमित लोगों में से दस में से आठ में यह लक्षण बहुत ही मामूली होते हैं,जिसमें बुखार और खांसी शामिल हैं। शरीर दर्द, गले में खराश और सिर दर्द भी हो सकता है। आपका शरीर पूरी ताकत से इस वायरस से लड़ने की कोशिश करता है और साईटोकाईन नाम का केमिकल छोड़ना शुरू करता है। रोग प्रतिरोधक शक्ति ताकत पूरे तरह इसका जवाब देने में लग जाती है। इस कारण आपको शरीर दर्द और बुखार भी हो सकता है। कोरोना वायरस के कारण होने वाली खांसी आम तौर पर सूखी होती है, जिस में बलगम नहीं निकलती परन्तु कभी-कभी यह मामला खराश तक भी सीमित हो सकता है।

फेफड़ों में दिखने लगती है सूजन
जिन्हें लोगों का इम्यून सिस्टम इस वायरस से लड़ने में सफल होता है, उनके स्वास्थ्य में सुधार होना शुरू हो जाता है। हाल ही में कुछ अन्य लक्षण सामने आए हैं, जिसके मुताबिक वायरस के कारण जुकाम जैसे लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं। वायरस कारण इम्यून सिस्टम बिगड़ जाता है और सूजन दिखनी शुरू हो जाती है। फेफड़ों की इसी सूजन को निमोनिया कहते हैं। फेफड़े शरीर की वह जगह हैं, जहां से आक्सीजन का शरीर में पहुंचना शुरू होता है, जबकि कार्बन डाइऑक्साइड शरीर से बाहर निकलती है। फेफड़ों में सूजन कारण शरीर को उसकी अपेक्षित आक्सीजन नहीं मिलती, इसका सीधा प्रभाव गुर्दे पर पड़ सकता है, जो खून को साफ करने के लिए काम करता है। अब तक अध्ययन मुताबिक, शरीर में सूजन इतनी अधिक जाती है कि  कई अंग काम करना बंद कर देते हैं, जिससे व्यक्ति की मौत हो सकती है। हालांकि, यदि आपको पहले ही कोई बीमारी है तो यह जरूरी नहीं है कि आपको दूसरों की अपेक्षा जल्दी कोरोना वायरस हो जाए परन्तु इनफेक्शन के बाद स्थिति दूसरे मरीजों की अपेक्षा और ज्यादा गंभीर हो सकती है।

 

swetha