पठानकोट में 66 वर्षीय व्यक्ति ने तोड़ा दम, 23 लोगों की रिपोर्ट आई कोरोना पॉजिटिव

punjabkesari.in Thursday, Oct 15, 2020 - 07:08 PM (IST)

पठानकोट (शारदा): जिले में कोरोना से 66 वर्षीय वृद्घ ने दम तोड़ दिया। जिसके चलते जिले में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 98 पहुंच गया है। कोरोना से मरने वाला वृद्ध ब्लाक घरोटा का निवासी था। जिसको सांस की बीमारी के चलते 23 अक्तूबर को लुधियाना अस्पताल में उपचार हेतु ले जाया गया और आज उसने सिविल अस्पताल पठानकोट में उपचार हेतु सुबह 06:15 के करीब दम तोड़ दिया। वहीं दूसरी ओर वीरवार को 23 लोगों की रिपोर्ट कोरोना से पॉजिटिव आई। जिसमें आर.टी.पी.सी.आर. अमृतसर में भेजे गए 657 सैंपलो में से 11 सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव तथा 646 सैंपलों की रिपोर्ट नैगेटिव आई। टरू नैट मशीन में लिए गए 1 सैंपल में से 1 सैंपल की रिपोर्ट नैगेटिव आई। वहीं रैपिड एंटीजन टैस्ट में 309 सैंपलों में से 21 सैंपलो की रिपोर्ट पॉजिटिव तथा 299 सैंपलों की रिपोर्ट नैगेटिव आई तथा अन्य जिलों से आई रिपोर्ट में 2 लोगों पॉजिविट पाए गए है।

660 लोगों के लिए सैंपल
कोविड-19 की चेन तोडऩे के लिए सिविल अस्पताल पठानकोट तथा जिले के अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों में कोरोना के सैंपल लगातार लिए जा रहे हैं। एक और जहां वीरवार को 23 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोजाना ओ.पी.डी. के साथ-साथ लिए जाने वाले सैंपलों में से कुल 660 लोगों के सैंपल एकत्रित किए जिनकी रिपोर्ट आना शेष है।

47 लोगों को किया डिस्चार्ज
जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा.जुगल किशोर ने बताया कि यहां जिले में कोरोना से मरने वालों व संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है वहीं दूसरी ओर जिले में कोरोना से रिकवर करने वालों की संख्या में भी रोजाना बढ़ोतरी हो रही है। जिसके चलते आज वीरवार को 47 लोगों ने कोरोना से रिकवर कर लिया जिसके चलते उन्हें डिस्चार्ज पॉलिसी के अधीन डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि अब जिले में रिकवर केसों की संख्या कुल 3800 पहुंच गई है।

अंदरूनी विभागों में नहीं कम हो रही है भीड़
स्वास्थ्य विभाग पठानकोट की ओर से कोविड-19 के बनाए गए नियमों की पालना हेतु बार-बार लोगों को जागरूक कर रहा हैं वहीं वह इन नियमो को अपने ही विभागों में अमली जामा पहनाने में नाकाम ही साबित हो रहा है। जहां कोरोना के फ्लू कार्नर पर सैंपल देने वाले लोग सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जिया उड़ाते हैं वहीं ओ.पी.डी. स्लीप कटवाने हेतु लंबी-लंबी कतारें लगी रहती है। हालांकि कभी कबार अस्पातल में लगे सुरक्षा कर्मी लोगों को रोकते हुए नजर आते हैं लेकिन उसके बावजूद भीड़ टस से मस नहीं होती। इसी तरह अस्पताल के अंदर सैंपल देने हेतु बनाई गई लैब लर्बोटरी तथा ऑप्रेशन थियेटर के बाहर लोगों की भीड़ लगातार उमड़ी रहती है। जहां की ऑप्रेशन थियेटर में जाने वाले मरीज भी वहीं इंतजार करते हैं तथा जिन लोगों के अंदर ऑप्रेशन हो रहें होते हैं उनके साथ आए लोग बाहर भारी संख्या में भीड़ के रूप में खड़े रहते हैं।
 

Mohit