कोरोनावायरस: पंजाब में टूटी नशे की चेन, एक माह में 60 हजार Drug Addicts पहुंचे इलाज करवाने

punjabkesari.in Saturday, Apr 25, 2020 - 07:26 PM (IST)


चंडीगढ़। कोरोना का संकट भले ही पंजाब में बरकार है लेकिन इस दौरान सूबे में नशे की चेन टूटनी शुरू हो गई है। राज्य भर में नशे से पीड़ित लोगों की सूची में इजाफा होने लगा है। स्वास्थ्य विभाग में एक ही महीने में 60 हजार से ज्यादा नशे से पीड़ित मरीज पंजीकृत हुए हैं। राज्य में कोविड -19 के फैलाव को काबू करने के लिए लगाए गए कर्फ्यू के दौरान सराकर को नशा-पीड़ितों का इलाज  करवाने के लिए चलाई गई मुहिम को बड़े स्तर पर सफलता हासिल हुई है।

स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते ओट क्लिनिकों के खुलने का समय सुबह 8 बजे कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से जारी आदेशों के तहत नशा-मुक्ति प्रोग्राम  की तरफ भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिससे गंभीर मरीज़ों को भी किसी किस्म की मुश्किल का सामना न करना पड़े। उन्होंने समाज सेवकों और आम लोगों से अपील भी की कि इस नाजुक समय में सरकार की हिदायतों की पालना की जाए और केवल ज़रूरत पड़ने पर ही अस्पतालों तक पहुंचा जाए। फ्लू कार्नरों संबंधी बताते हुये उन्होंने कहा कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने के लिए सरकारी अस्पतालों में फ्लू कार्नर स्थापित गए हैं। कोविड -19 की रोकथाम और निगरानी बढ़ाने के लिए राज्य के सभी प्राईवेट अस्पतालों को फ्लू के लक्षणों वाले मरीजों को सरकारी अस्पतालों में रैफर करने के लिए कहा गया है। इन सरकारी अस्पतालों के फ्लू कार्नरों में फ्लू के लक्षण जैसे कि बुख़ार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ़, निमोनिया आदि के सभी मरीजों की मुफ़्त आरटी-पीसीआर टैस्टिंग की जाएगी।

Suraj Thakur