लुधियाना के मुकाबले जालंधर में Coronavirus की रफ्तार दोगुना ज्यादा, चौंकाने वाली रिपोर्ट आई सामने

punjabkesari.in Saturday, Aug 29, 2020 - 12:08 PM (IST)

पंजाब/चंडीगढ़: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का ग्राफ पंजाब में चिंता का विषय है। कैप्टन सरकार की तरफ से लगाया गया वीकेंड लॉकडाउन भी सफल साबित नहीं हो रहा। रोजाना बढ़ रहे मामले पंजाब सरकार की कोरोना को लेकर व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे है। इसी बीच प्रति लाख आबादी पर संक्रमित मामलों के आधिकारिक आंकड़ों पर चौंकाने वाला विश्लेषण सामने आया है। 

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ भले ही लुधियाना पंजाब में कोरोना के मामलों में अव्वल नंबर पर है परन्तु महामारी की गंभीरता के संदर्भ में जालंधर संक्रमणों के हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है। 

26 अगस्त तक जालंधर जिले में प्रति लाख आबादी पर संक्रमण के मामले लुधियाना में दोगुने से अधिक थे। जालंधर में 5,817 और लुधियाना में 10,147 मामले सामने आए। जबकि लुधियाना में हर एक लाख लोगों पर 407.4 मामले थे, जालंधर में 976.8 मामले आए है। इस सूची में तीसरे स्थान पर अमृतसर आता है जिसका 3,612 के कुल पॉजिटिव  प्रति लाख जनसंख्या मामलों (584.9) पर दूसरे सबसे अधिक मामले है।

इस बारे में एक सरकारी वक्ता से बात की गयी तो उन्होंने कहा की मामले की गंभीरता को समझते हुए राज्य में टेस्टिंग में तेजी लाने की जरूरत है, विशेष पर पटियाला, जालंधर, अमृतसर और लुधियाना में बढ़ते मामलों का असर है जो मृत्युदर में भी इजाफा कर रहा है। इसके लिए सैम्पलिंग और कोरोना टेस्टिंग सबसे अधिक जरूरी है क्युकी रिपोर्ट आने के बाद मरीज का इलाज पहले ही शुरू कर दिया जाता है। इस समय पंजाब में राज्य सरकार के पास प्रति दिन 24,000 परीक्षण करने की क्षमता है और अगले सप्ताह तक 30,000 परीक्षणों का मील का पत्थर हासिल करने का लक्ष्य है। इसकी पूर्ति के लिए  बीते दिन मुख्यमंत्री के द्वारा मोबाइल टेस्टिंग क्लीनिक और एंबुलेंस को भी हरी झंडी दी गयी है जिससे दूर के  ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को जांच की सुविधाएं दी जाएंगी। इसमें मरीजों के घरों से रोजाना एक हजार से अधिक नमूने लेने की क्षमता है।

Tania pathak