कोविड काल में बने युद्ध जैसे हालातों से निपटने के लिए सेना करेगी पंजाब की मदद

punjabkesari.in Tuesday, Apr 27, 2021 - 12:54 PM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर (शर्मा, धवन): मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह की तरफ से कोविड के जंग जैसे हालात से निपटने के लिए सहायता की अपील के जवाब में भारतीय फौज की पश्चिमी कमांड ने आज अस्पतालों में मैडीकल कर्मियों की कमी की तत्काल जरूरत को पूरा करने के लिए पंजाब को मैडीकल स्टाफ और डाक्टरी प्रशिक्षित कर्मचारियों की सेवाओं समेत हरसंभव मदद की पेशकश की है। इसके साथ ही राज्य के मौजूदा समय बंद पड़े पुराने ऑक्सीजन प्लाटों को फिर से पुनर्जीवित करने का भरोसा दिया है।

पश्चिम कमान के लै. जनरल आर.पी. सिंह के साथ आज मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने आज वर्चुअल तौर पर बैठक की। लै. जनरल सिंह ने राज्य सरकार की इमारत में 100 बैंडों के कोविड अस्पताल को चलाने के लिए स्टाफ उपलब्ध करवाने का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के आला अधिकारियों व चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ बैठक में उन्हें केंद्रीय गृहमंत्रालय के साथ संपर्क करने के लिए कहा ताकि वहां से अतिरिक्त मानवीय शक्ति तथा आई.सी.यू. बैड मंगवाए जा सकें जोकि बी.एस.एफ. प्रदान कर सकती है।  पश्चिमी केंद्र द्वारा तकनीकी व विशेषज्ञ उपलब्ध करवाने का भरोसा देते हुए लै. जनरल सिंह ने मुख्यमंत्री से कहा कि 15 प्रशिक्षित नर्सों को पहले ही पटियाला भेजा जा चुका है ताकि सिविल स्टाफ की मदद कर सकें। इसी तरह से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांटों को चलाने के लिए सेना अपने विशेषज्ञ भेज रही है। सेना अधिकारियों ने कहा कि यद्यपि दिल्ली, हरियाणा तथा जम्मू-कश्मीर आदि राज्यों से भी जरूरतें सेना को मिल रही हैं फिर भी पंजाब में स्थिति से निपटने के लिए सेना पूरा सहयोग देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति संवेदनशील बनी हुई है क्योंकि लुधियाना में ही अकेले 1300 से अधिक पॉजिटिव केस आ रहे हैं। केंद्र से ऑक्सीजन की सप्लाई केवल 105 टन मिल रही है जबकि मांग 300 टन तक पहुंच चुकी है। 105 टन में से पंजाब को केवल 85 टन ऑक्सीजन मिल रही है जबकि शेष पी.जी.आई. चंडीगढ़ को भेजी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अपने स्तर पर ऑक्सीजन का प्रबंध करने में लगी हुई है। उद्योग विभाग के सचिव अलोक शेखर ने कहा कि जालंधर और अमृतसर को ऑक्सीजन के मामले में संकट का सामना करना पड़ रहा है।
 

पूरा लॉकडाऊन लगाने के पक्ष में नहीं कैप्टन
राज्य में कोविड की स्थिति पर सरकार द्वारा नजर रखी जा रही है परंतु पूरा लॉकडाऊन लगाने के पक्ष में कैप्टन अमरेंद्र सिंह नहीं हैं। संकट से निपटने के लिए अन्य सख्त कदम उठाए गए हैं। राज्य में गत दिवस ही 7000 केस आए थे तथा पड़ोसी राज्यों में बढ़ते केसों को देखते हुए दक्षिणी पंजाब में भी केस बढ़ सकते हैं। स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने कहा कि 2000 एल-2 तथा एल-3 बैडों की क्षमता को सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में बढ़ाया गया है। जिला अस्पतालों को 300 एल-2 बैड तथा बङ्क्षठडा रिफाइनरी के निकट 250 बैड और उपलब्ध करवाए गए हैं।

‘धमकियों का नतीजा नौकरियों से बर्खास्तगी होगा’ 
स्वास्थ्य एवं मैडीकल वर्करों की कुछ संस्थाओं की तरफ से हड़ताल पर जाने की धमकियों की रिपोर्टों पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि धमकियों का नतीजा नौकरियों से बर्खास्तगी होगा, क्योंकि ‘जंग जैसी स्थिति में ऐसी बेहूदगियों को हम बर्दाश्त नहीं कर सकते।’ स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने खुलासा किया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में स्तर 2 और स्तर 3 को मजबूत करने के लिए 2000 बैड और शामिल किए जाएंगे, जबकि सरकारी मैडीकल कालेज पटियाला, अमृतसर और फरीदकोट (जलालाबाद) में 900 बैड और प्राइवेट मैडीकल कालेजों पी.आई.एम.एस., ज्ञान सागर, आदेश, डी.एम.सी. और सी.एम.सी. में 542 बैड शामिल किए जाएंगे। जिला अस्पतालों को 300 और स्तर 2 के बैड मिलेंगे, जबकि बठिंडा रिफाइनरी के नजदीक अस्थायी अस्पताल में 250 बैड स्थापित किए जाएंगे।

 

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Content Writer

Vatika