विवादों में कैप्टन, PM से कही 30 जून तक शिक्षण संस्थानों में छुट्टी की बात, फिर फैसला किया रद्द

punjabkesari.in Saturday, Apr 11, 2020 - 04:16 PM (IST)

चंडीगढ़ (अश्वनी कुमार): कोरोना वायरस पर विवादित बयान के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह विवादों के घेरे में हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य के सभी शिक्षण संस्थान 30 जून तक के लिए बंद कर दिए गए हैं लेकिन बाद में सरकार ने इस घोषणा से कन्नी काटते हुए इसे रद्द करार दे दिया।

इससे पहले शुक्रवार को भी मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने एक बातचीत में पी.जी.आई. की स्टडी का हवाला देते हुए सितंबर मध्य तक पंजाब की 87 फीसदी आबादी को कोरोना वायरस से ग्रसित होने की आशंका जताई थी। इस बयान पर पी.जी.आई. प्रशासन ने तुरंत पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री के आंकड़ों को सिरे से खारिज कर दिया था। इसी कड़ी में अब एक बार फिर मुख्यमंत्री का बयान चर्चा में है।

प्रधानमंत्री से की लॉकडाउन बढ़ाने की अपील
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री से देशभर में कम से कम 15 दिन लॉक डाउन बढ़ाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब ने पहले ही 1 मई तक कर्फ्यू घोषित कर दिया है। 1 मई तक सभी सार्वजनिक सेवाओं वाले वाहनों पर पाबंदी के साथ-साथ धारा 144 लागू रहेगी।

सरकारी अस्पतालों में महज 76 वैंटीलैंटर
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि साजो-सामान और उपकरणों के सम्बन्ध में इस समय सरकारी अस्पतालों में 76 और प्राईवेट अस्पतालों में 358 वेंटिलेटर मौजूद हैं और 93 वैंटीलेटरों के ऑर्डर दिए गए हैं जिनमें से अब तक 8 हासिल हो गए हैं। पी.पी.ई. किटों, एन-95 मास्क और तीन परतों वाले मास्क क्रमवार 16000, 66490 और 35,11,300 मौजूद हैं जबकि क्रमवार 200000, 270000 और 200000 के ऑर्डर दिए गए हैं।

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