मुख्यमंत्री ने जताई चिंता: सर्दियों में Covid महामारी की दूसरी लहर का खतरा

punjabkesari.in Friday, Oct 16, 2020 - 04:50 PM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर (अश्वनी, धवन) : सर्दियों में कोविड महामारी की दूसरी लहर आ सकती है। इसको लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने गहरी चिंता जाहिर की है। वह कोविड की स्थिति की समीक्षा के लिए वर्चुअल मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा त्यौहारों के सीजन या सर्दी के महीनों दौरान महामारी की दूसरी लहर की संभावनाओं संबंधी चेतावनी पर विभागों को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए। विभाग को मार्कीट कमेटियों के साथ मिलकर बड़े स्तर पर मास्क बांटने व पहनने और सामाजिक दूरी के नियमों की पालना को यकीनी बनाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने स्कूल, ओ.पी.डी. सेवाएं और चुनिंदा सर्जरियां व्यापक एहतियातों के साथ बहाल करने के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि टैक्नीशियनों आदि के खाली पद तुरंत भर लिए जाएं जिससे महामारी दौरान आम ओ.पी.डी. सेवाएं और चुनिंदा सर्जरियां सुचारू तरीके से की जा सकें। 

डी.जी.पी. ने तैयारियों का दिया ब्यौरा
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने बताया कि पंजाब पुलिस ने त्यौहारों के सीजन के दौरान प्रबंधन के लिए पूरी तैयारी की है। सुरक्षा प्रबंध मजबूत करने और बाजारों, राम-लीला वाले स्थानों पर कोविड नियमों की सख्ती से पालना यकीनी बनाई जाएगी। पुलिस फिलहाल किसानों के रोष प्रदर्शनों से भाजपा और आर.एस.एस. नेताओं के घेराव पर ध्यान केंद्रित कर रही है।  

पॉजिटिव होने की दर घटी : तलवाड़
स्वास्थ्य संबंधी माहिरों की सलाहकार कमेटी के प्रमुख डा. के.के. तलवाड़ ने कहा कि चाहे पॉजिटिव होने की दर कम होकर 2.60 प्रतिशत हो जाना अच्छा संकेत है, परंतु साथ ही त्यौहारों के सीजन दौरान दूसरी लहर आने संबंधी भी सावधान किया है। इस समय एक दिन में सिर्फ 500 से अधिक केस हैं। सदस्य डा. राजेश कुमार ने कहा कि नवम्बर महीने में स्थिति स्थायी तौर पर काबू में रहेगी, परंतु सर्द ऋतु की शुरूआत में मामलों में वृद्धि हो सकती है। डा. तलवाड़ ने सुझाव दिया कि आशा वर्करों को ऑक्सीमीटर मुहैया करवाए जाएं जिससे वे अपने-अपने इलाकों में जांच कर सकें।

मृत्यु दर अभी भी अधिक
स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने कहा कि मामलों की मृत्यु-दर अभी भी अधिक है जो राष्ट्रीय औसत 81 के विरुद्ध 131 है। आने वाले हफ्तों और महीनों में ऑक्सीजन की सप्लाई की उचित उपलब्धता को यकीनी बनाने के लिए पहले पड़ाव के लिए सप्लाई बढ़ाने के लिए टैंडरिंग प्रक्रियाधीन है। पहले पड़ाव में जालंधर, लुधियाना के जिला अस्पतालों और पटियाला, अमृतसर और फरीदकोट के मैडीकल कालेजों में ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाले प्लांट स्थापित किए जाएंगे। दूसरे पड़ाव में मानसा, संगरूर, बठिंडा और पटियाला के जिला अस्पतालों और तीसरे पड़ाव में रोपड़, फिरोजपुर, गुरदासपुर के जिला अस्पतालों में स्थापित किए जाएंगे। हुसन लाल ने कहा कि जहां तक पोस्ट-कोविड किटों का संबंध है, सरकारी अस्पतालों से सेहतयाब हो चुके सभी मरीजों को बांटे जाने के लिए अब तक अलग-अलग जिलों को 10,000 किटें भेजी जा चुकी हैं। 


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