चक्की दरिया में आई बाढ़ से एयरपोर्ट सड़क में लंबी दरारें

punjabkesari.in Thursday, Jul 26, 2018 - 08:12 PM (IST)

 पठानकोट(आदित्य,कंवल): पंजाब के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की हसीन वादियों में निरंतर हो रही भारी बरसात के कारण पठानकोट के साथ बहने वाली चक्की दरिया में पानी के तेज बहाव ने बाढ़ का रूप धारण कर लिया है। जिसके चलते उक्त चक्की दरिया में आई बाढ़ से पठानकोट सिविल एयरपोर्ट व दर्जनों गांवों को आपस में जोडऩे का कार्य करने वाली एकमात्र सड़क मार्ग में लंबी दरार पड़ गई है। इसके चलते ग्रामीणों एवं सिविल एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों में खौफ की स्थिति पैदा हो गई है तथा हालात यह है कि उक्त सड़क मार्ग किसी भी क्षण 150 फुट से अधिक गहरे चक्की दरिया में समा कर बड़े हादसे को अंजाम दे सकती है। वहीं उक्त सड़क में पड़ी दरार को लेकर ग्रामीणों में पंजाब व हिमाचल प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के प्रति काफी रोष पाया जा रहा है। वहीं जिला प्रशासन ने हादसे को देखते हुए उक्त सड़क मार्ग से चौपहिया वाहनों की आवाजाही पर पूर्णतयां रोक लगा दी है। 

माइनिंग माफिया की ओर से चक्की दरिया में वर्षों से लगातार की जा रही अंधाधुंध माइनिंग के कारण चक्की दरिया का धरातल काफी नीचे चला गया है। इसके चलते बरसात के दिनों में उक्त चक्की दरिया में आने वाला बरसाती पानी एक उफान का रूप धारण कर लेता है, जो दरिया के किनारों के साथ टकराने के चलते अब तक कई एकड़ उपजाऊ भूमि को तो लील चुका है। 

पानी के तेज बहाव के  चलते पठानकोट के साथ लगते हिमाचल प्रदेश के दर्जनों गांवों व सिविल एयरपोर्ट को जाने वाले एकमात्र रास्ते को भी अपनी चपेट में ले रहा है। जिसके चलते लोगों में एक बार पुन: खौफ की स्थिति पैदा हो गई है और वे लोग अपने घरों में दुबके रहने को मजबूर हो रहे हैं। 

पिछली वर्ष बरसात में भी उक्त सड़क का काफी हिस्सा चढ़ गया था पानी की भेंट
निवासियों रामेश्वर सिंह,जसवंत सिंह,जनक राज,भूपिंदर सिंह,प्रीतम दास,राजेश कुमार,बी.एस सोनी, कुंवर रणदीप सिंह का कहना है कि पिछले वर्ष हुई बरसात में चक्की दरिया में आएं पानी के तेज उफान के कारण उक्त सड़क का कई फुट हिस्सा पानी में समा गया था। जिसके चलते हिमाचल प्रदेश व पंजाब के जिला प्रशासनिक अधिकरियों ने हादसे के भय को देखते हुए पुन:घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए वहां पर चौपहिया वाहनों की आवाजाही को रोक दिया था।

वहीं उक्त मार्ग से प्रतिदिन अपने गंतव्य की ओर गुजरने वाले लोगों व स्कूली विद्यार्थियों में भय की स्थिति उत्पन्न हो गई है तथा उन्हें यहीं डर सता रहा है कि यदि उक्त रास्ता एक बार फिर से पानी की भेंट चढ़ गया तो उनका पंजाब के साथ पूरी तरह से संपर्क टूट जाएगा। 

 

Des raj