मोदी सरकार मेहरबान : फसल बीमा योजना से निजी बीमा कंपनियों ने हजारों करोड़ कमाए

punjabkesari.in Friday, Jan 11, 2019 - 11:34 AM (IST)

चंडीगढ़(भुल्लर): देश में किसानों की फसलें खराब होने पर सरकार की तरफ से दिए जाने वाले मुआवजे की जगह नुक्सान की पूर्ति के लिए मोदी सरकार की तरफ से चलाई जा रही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानों की बजाय बीमा कंपनियों को काफी फायदा पहुंचाया जा रहा है। यह मामला भी राफेल घोटाले की तरह ही है।

इस योजना में किसानों के साथ किया गया धोखा:  दिनेश चड्ढा
इस संबंधी सूचना के अधिकार कानून के तहत प्राप्त जानकारी के आधार पर आर.टी.आई. कार्यकत्र्ता एडवोकेट दिनेश चड्ढा ने प्रैस कांफै्रंस के दौरान अहम आंकड़े पेश किए। उन्होंने कहा कि इस योजना में किसानों के साथ धोखा किया गया है और बड़े घोटाले की आशंका है। इस स्कीम में 95 प्रतिशत से अधिक पैसा सरकार डालती है और कुछ पैसा किसानों का होता है परंतु बीमा कंपनियों का इस स्कीम में भी कोई निवेश नहीं। आर.टी.आई. की जानकारी के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट पेश करते हुए चड्ढा ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में इस योजना के अंतर्गत काम कर रही अलग-अलग कंपनियों ने 22,362.11 करोड़ रुपए के प्रीमियम इकट्ठा किए जबकि 2016-17 में इन कंपनियों ने 15,902.47 करोड़ रुपए के दावे किसानों को अदा किए, इस तरह 2016-17 में कंपनियों ने इस योजना में से 6702.75 करोड़ रुपए की कमाई की।
 

SBI ने 396.71 करोड़ रुपए के प्रीमियम किए थे इकट्ठा
जोकि प्रीमियम का करीब 30 प्रतिशत बनता है। इस वर्ष निजी कंपनियों में से सबसे अधिक प्रतिशत कमाई एस.बी.आई. जनरल इंश्योरैंस कंपनी लिमिटेड ने 78.6 प्रतिशत और 63.14 प्रतिशत रिलायंस जनरल इंश्योरैंस कंपनी लिमिटेड ने की। एस.बी.आई. ने 396.71 करोड़ रुपए के प्रीमियम इकट्ठा किए थे जबकि सिर्फ 84.71 करोड़ रुपए के दावे अदा किए और 311.99 करोड़ रुपए की कमाई की। इस तरह ही रिलायंस जनरल इंश्योरैंस ने इस वर्ष में 1173.88 करोड़ का प्रीमियम इकट्ठा किया था जबकि सिर्फ 432.61 करोड़ रुपए के क्लेम अदा किए और 741.26 करोड़ रुपए की कमाई की। इस वर्ष में सार्वजनिक कंपनियों में से सबसे अधिक कमाई नैशनल इंश्योरैंस कंपनी लिमिटेड ने 81.14 प्रतिशत की। इसी तरह अन्य कई कंपनियों ने किसानों की बीमा योजना के नाम पर हजारों करोड़ रुपए की कमाई की है जबकि इसके मुकाबले क्लेम बहुत कम अदा किए हैं।

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