पुलवामा आतंकी हमले के कारण पंजाब के व्यापारियों के करोड़ों रुपए फंसे, जानें क्यों

punjabkesari.in Friday, Feb 15, 2019 - 07:22 PM (IST)

अमृतसर(इन्द्रजीत): पुलवामा में हुए आतंकी अटैक के कारण जहां पूरे देश में शोक की लहर फैली हुई है वहीं दूसरी ओर व्यापारी क्षेत्रों में भी इसकी काफी हलचल है। व्यापारी वर्ग का कहना है कि अटैक के कारण बिगड़े हुए हालात के बीच इसका कारोबार पर व्यापक असर पड़ेगा। जिन लोगों की जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में व्यापारिक करोड़ों की रकमें फंसी हुई हैं उनके लिए और मुश्किलें खड़ी होंगी। इस से व्यापारिक पेमेंट तो जहां लेट होगी उसमें कई लोगों की रकमें दब भी जाएंगी।जिसके कारण पंजाब विशेषकर अमृतसर के व्यापारियों का बहुत नुकसान होगा। 



पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के महामंत्री समीर जैन का कहना है कि इस समय जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में करोड़ों रुपया व्यापारियों का लगा हुआ है क्योंकि अमृतसर के लोग विशेषकर पिछले लंबे समय से जम्मू और कश्मीर में कारोबार करते आ रहे हैं इनमें शाल, कंबल, कपड़ा, रेडीमेड, करियाना, मुनियारी, प्लास्टिक का सामान, दवाइयां, हौजरी इत्यादि वस्तुएं में शामिल हैं। व्यापार मंडल का कहना है कि लुधियाना और अमृतसर ही ऐसी मंडियां है जहां से जम्मू में भी बहुत माल जाता है। जम्मू की मंडी भी घाटी की मंडियों को सप्लाई करती है यदि जम्मू का व्यापार प्रभावित होता है तो इसका सीधा असर पंजाब के दो इन्हीं महानगरों को पड़ता है। 

व्यापारियों को आएगी टैक्स देने में मुश्किल
जम्मू कश्मीर से पंजाब का कारोबार अवरुद्ध हो जाने और पेमेंट में दिक्कत आने के साथ बड़ी मुश्किल व्यापारियों की यह भी है कि इसमें एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग को दी जाने वाली रिटर्न और टैक्स की देनदारी में भी व्यापारी को दिक्कत आ सकती है। फोकल प्वाइंट एसोसिएशन के प्रधान संदीप खोसला और उप प्रधान सुभाष अरोड़ा का कहना है कि व्यापारियों द्वारा जम्मू-कश्मीर भेजे गए माल में 18 से लेकर 28 प्रतिशत जी.एस.टी की देनदारी भी शामिल है यदि घाटी से पेमेंट नहीं आएगी तो इतनी बड़ी दर से टैक्स की देनदारी भी रुकेगी सरकार को चाहिए इस और संज्ञान ले। 



एयरपोर्ट पर सुरक्षा प्रबंध कड़े
अमृतसर एयरपोर्ट पर सुरक्षा के मद्देनजर प्रबंध कड़े कर दिए गए हैं। इसमें सी.आई.एस.फ के जवान पूरी तरह एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द के क्षेत्रों के साथ-साथ पार्किंग स्टैंड, टर्मिनल बिल्डिंग और रनवे से संबंधित संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहे। इस संबंध में सी.आई.एस.एफ के डिप्टी कमांडैंट अमनदीप सरसावा ने बताया कि आने-जाने वाले यात्रियों के सामान की चेकिंग गहनता से की जा रही है। वहीं एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से भी सुरक्षा प्रबंधों के मद्देनजर विमानपत्तन प्राधिकरण के सभी अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। एयरपोर्ट के स्थानीय महानिदेशक मनोज चनसोरिया ने बताया कि एयरपोर्ट पर तैनात सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को कड़ी सुरक्षा के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।

घाटी की आंतरिक सुरक्षा की उड़ी धज्जियां
जम्मू-कश्मीर की आंतरिक सुरक्षा पर निशाना साधते हुए पंजाब प्रदेश कांग्रेस पार्टी के महासचिव संजीव कुमार बब्बी अरोड़ा ने कहा है कि घाटी में आंतरिक सुरक्षा की तो धज्जियां उड़ चुकी है। जम्मू कश्मीर के पत्थरबाज लंबे समय से सुरक्षा बलों के लिए चुनौती खड़ी कर रहे हैं किंतु इन सभी चीजों को प्रदेश की सुरक्षा करने वाली प्रशासनिक मशीनरी हमेशा नजर-अंदाज कर रही है जिससे आतंकियों के हौसले बढ़ गए हैं। बड़ी बात है कि सुरक्षा एजैंसियों ने पहले ही चेतावनी दे दी थी लेकिन केंद्र ने भी उन्हें नजर-अंदाज कर दिया था। जिसके परिणाम स्वरूप देश के बहादुर जवान शहीद हुए।



सीमा रेंज पुलिस ने पंजाब-जम्मू सीमा क्षेत्र मे सुरक्षा बढ़ाई 
घाटी में आतंकी हमले के मद्देनजर अमृतसर बॉर्डर रेंज पुलिस ने जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में नाकाबंदी सख्त कर दी है। जम्मू से पंजाब की ओर आने वाली सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों की गश्त बढ़ा दी है। वहीं नाकों पर हर वाहन को चैक किया जा रहा है इसमें पठानकोट, गुरदासपुर, बटाला इत्यादि के क्षेत्रों में संबंधित एस.एस.पीज को को निर्देश दिए गए हैं कि अधिक से अधिक पुलिस के अधिकारी और जवान थानों की अपेक्षा बाहरी और संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहे। आने-जाने वाले वाहनों की सक्रियता से चेकिंग की जाए। रात के समय आने वाली प्राईवेट और सरकारी बसों को भी पूरी तरह से चैक किया जाए। इनमें लदे हुए माल की भी गहनता से चैकिंग की जाए। आई.जी. बॉर्डर रेंज सुरेंद्रपाल सिंह परमार आई.पी.एस. ने बताया कि पुलिस बी.एस.एफ. अधिकारियों के भी पूरी तरह संपर्क में है। 


 

Vaneet