सी.टी. कैम्पस रेड:आतंकियों के बैंक Account खंगालेगी पंजाब पुलिस,बैंकों से मांगी डिटेल

punjabkesari.in Thursday, Oct 25, 2018 - 09:14 AM (IST)

जालंधर (स.ह.): सी.टी. इंस्टीचयूशन व जे. एंड के. से गिरफ्तार किए गए आतंकियों की जालंधर पुलिस ने बैंक डिटेल निकलवाने के लिए बैंकों को चिट्ठी लिखी है। पुलिस के पास इनपुट थे कि इन आतंकियों को विदेशों से फंडिंग हो रही है ,जिसके चलते जालंधर पुलिस ने श्रीनगर व जालंधर में स्थित कुछ बैंकों को चिट्ठी लिख कर इन आतंकियों की बैंक खातों की स्टेटमैंट से लेकर अन्य जानकारियां मांगी हैं। 

‘पंजाब केसरी’ ने इस संबंधी खबर प्रकाशित की थी जबकि इन आतंकियों के खिलाफ दर्ज एफ.आई.आर. में भी इसका जिक्र किया हुआ है। हालांकि फंडिंग हवाला के जरिए होती थी लेकिन फिर भी पुलिस ने कुछ न कुछ इनपुट लेने के लिए आतंकियों के बैंक खाते पता करवाने के बाद सभी बैंकों को जाहिद गुलजार, रफीक बट्ट, इदरीस शाह, सोहेल व दानिश रहमान की बैंक खाते की डिटेल मांगी है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बैंक डिटेल उन्हें मिल जाएगी जिसके बाद कुछ इनपुट मिल सकते हैं। उधर जालंधर समेत मोहाली, चंडीगढ़ व जे. एंड के. पुलिस द्वारा इन आतंकियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। आतंकियों को सवालों के चक्रव्यूह में फंसा कर उनसे सच जानने की कोशिशें की जा रही हैं। खुफिया एजैंसियां भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। 

जाकिर मूसा चला रहा है खुद का ट्रेनिंग स्कूल
आतंकियों से पूछताछ में यह भी पता चला है कि  जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी जाकिर मूसा खुद का ट्रेङ्क्षनग स्कूल चला रहा है। ए.जी.एच. के चीफ मूसा ने 29 मई को जाकिर मूसा ग्रुप ऑफ इस्लामिक मुजाहिदीन नाम का स्कूल खोल रखा है। इसके बारे में जाकिर मूसा के एफ.बी. अकाऊंट में भी लिखा हुआ है। बताया जा रहा है कि जाकिर मूसा इसी स्कूल में भोले-भाले कश्मीरी युवकों का ब्रेन वाश कर उन्हें अपने साथ जोड़ता है जबकि इसी स्कूल में उन्हें अन्य कश्मीरी युवकों के साथ जोडऩे से लेकर हथियार चलाने को छोड़ अन्य सारी ट्रेङ्क्षनग दी जाती है। घाटी के कई युवक मूसा के जाल में फंसे हुए हैं। 

कुछ ही समय में शाही जिंदगी जीने के आदी हो चुके हैं आतंकी
आतंकी कुछ ही समय में शाही जिंदगी जीने के आदी बन चुके हैं। नशे से लेकर महंगे कपड़े, खाने-पीने का ढंग तक बदल चुके थे। फंङ्क्षडग से आने वाले ज्यादातर पैसों को वे शाही जिंदगी पर ही खर्च लेते थे जबकि सेविंग कुछ ही पैसों की करते थे। अभी भी पुलिस इन आतंकियों से संबंध रखने वाले लोगों को पूछताछ के बाद जाने दे रही है। जिसकी मिलीभगत सामने आ रही है, उन लोगों से पूछताछ की जा रही है। एफ.बी. अकाऊंट से लेकर कॉल डिटेल खंगाल कर पुलिस हर एक तरीके से जांच कर रही है।

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