प्रेमी के संग पाकिस्तान में जा बसी मां, कोरोनाकाल में दादा के लिए 2 बच्चे पालना हुआ मुश्किल

punjabkesari.in Monday, Jul 13, 2020 - 04:42 PM (IST)

गढ़शंकर (शौरी): आज से 2 वर्ष पहले भारत से ननकाना साहिब माथा टेकने गए धार्मिक जत्थे में शामिल गढ़शंकर की किरण बाला की तरफ से पाकिस्तान पहुंच कर वहां अपने प्रेमी के साथ विवाह करवाने की चर्चा अंतरराष्ट्रीय स्तर और मीडिया की सुर्खियों में कई दिन छाई रही थी।

किरण बाला पिछले 2 सालों से पाकिस्तान में अपने प्रेमी के साथ रह रही है लेकिन उसके 3 बच्चे जो कि वह बेसहारा छोड़ गई थी, का पालन पोषण बच्चे के दादा के लिए आज कल बहुत मुश्किल बना हुआ है। किरण बाला के ससुर निहंग सिंह तरसेम सिंह ने बताया कि उसकी बहू जब पाकिस्तान में रह गई थी तो उसके बाद उसने अनेक राजनीतिक नेताओं और एस.जी.पी.सी. सदस्यों के साथ संपर्क करके अपनी बहू को वापस लाने के लिए विनती की थी लेकिन किसी भी पक्ष ने उसकी इस समस्या की ओर कार्रवाई नहीं की। 

तरसेम सिंह ने बताया कि वह गुरुद्वारा श्री रविदास महाराज जी घाटी वाले गढ़शंकर में पिछले कई सालों से सेवा कर रहा है और जब किरण बाला पाकिस्तान चली गई तब से उसके तीनों बच्चों की परवरिश वह कर रहा है।तरसेम सिंह अनुसार उसे आमदन का कोई भी साधन नहीं है और जो भी गुज़र रहे है वह धार्मिक प्रोगरामों के द्वारा उसे प्राप्त होने वाली माया पर ही निर्भर है।तरसेम सिंह ने बताया कि जिस दिन से उसकी बहू पाकिस्तान गई हुई है उस समय से लेकर आज तक करीब 2 साल से अधिक का समय हो चुका है लेकिन किसी भी राजनीतिक नेता या शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की तरफ से उसे या इन 3 बच्चों की मदद के लिए एक पैसे की भी मदद नहीं की गई जबकि उसकी बुज़ुर्ग अवस्था कारण उसे आर्थिक सहायता की बहुत ज़्यादा ज़रूरत थी और है।तरसेम सिंह ने बताया कि लॉलडाउन के कारण पिछले 4 महीनों से कोई धार्मिक समागम नहीं हो रहा जिस कारण उसे कोई भी आमदन का साधन नहीं रहा और परिजनों को  भर पेट खाना खिलाना भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है।
 

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