कैदी बनकर सलाखों के पीछे 10 साल रहेगा ये एक्टर, अभी भी फिल्मी दुनिया में पहचान है कायम

punjabkesari.in Sunday, Dec 02, 2018 - 08:29 PM (IST)

लुधियाना (स्याल): समय बहुत बलवान होता है लोग अक्सर उक्त शब्द की चर्चा आपस में भी करते रहते हैं। इसी के चलते टैलीफिल्मों, फिल्मों में अलग अलग सीन देकर फिल्मी कलाकार दलजीत कुमार उर्फ जीता बल्तकार के मामले में ताजपुर रोड की सैंट्रल जेल में 10 वर्ष की सजा भुगत रहा है। लेकिन कैदी बन चुके उक्त कलाकार में वहीं जनून बरकरार है। मन में कभी उदासी महसूस करने पर साथ बंदियों से फिल्मी किस्से सुना कर समय व्यतीत कर रहा है और कभी कभी फिल्मी डायलगों से साथियों का मन भी परचाता है। 

बल्तकार मामले में भुगत रहा है 10 वर्ष की सजा
थाना मलौद में धारा 376 के अन्तर्गत 14 अगस्त 2015 को मामला दर्ज होने पर दलजीत कुमार उर्फ जीता 16 अगस्त 2015 को ताजपुर सैंट्रल जेल में बतौर हवालाती दाखल हुआ था। अदालत द्वारा 15 अक्तूबर 2018 को 10 वर्ष की सजा सुनाने के उपरांत वह कैदी बनकर जेल में बंद है। 



पात्रों की भूमिका अदा करने पर पहुंचा फिल्मी दुनिया में
फिल्मी कलाकार से कैदी बना दलजीत कुमार उर्फ जीता ने कई फिल्मों तक पहुंचने के लिए अपना कैरियर धूरी जिला संगरूर से बचपन में राम लीला मंचों पर विभिन्न पात्रों की भूमिका में भाग लेकर शुरू किया। इसके बाद कई टैलीफिल्मों से बालीवुड तक का सफर भी किया। 

फैनटम के साथ कई फिल्मों में किए रोल अदा
दलजीत कुमार उर्फ जीता ने फैंटम, आई बला को टालतु, सुखा जिन्दा, जंग ए आजादी, कैनेडा दी फलाईट, जुगाडू डाट काम, आतिशबाजी ईश्क दी, जुबान, खाड़कु, हैमरी शर्मा की दुलहनियां आदि सहित टैली फिल्मों, फिल्मों व पंजाबी फिल्मों में विभिन्न विभिन्न सीनों में अपनी भूमिका अदा की। सुत्र बताते हैं कि उक्त कैदी के सलाखों के पीछे कैद की सजा होने के पछचात परिवार के सदस्य फेसबुक के माध्यम से उसकी फिल्मों के सीनों के चित्र डाल रहे हैं। 



दो बेटियों की शादी की चिंता सता रही है कैदी जीता को 
कैदी दलजीत कुमार उर्फ जीता के परिवार में पत्नी व दो बेटियां हैं । सुत्र बताते हैं कि उक्त कैदी को बेटियों की शादी की चिंता भी सता रही है। क्योंकि वह शादी योग्य बताई जा रही हैं। जेल से परोल मिलने के बाद ही परिवार में जाकर कुछ विचार विमर्श करने की भी चर्चा हो रही है । 

जेल कार्यक्रम में भाग लेने पर मिल चुके हैं प्रशंसा पत्र 
जेल के प्रीजन ईन्टरवेशन प्रोजैक्ट के अन्र्तगत करवाए गए नशा छुडाओ दिवस पर एक समारोह में भाग लेने पर कैदी दलजीत कुमार उर्फ जीता को दो सम्मान पत्र भी प्राप्त हो चुके है और वह अन्य बंदियों को भी जेल में नशे जैसी बुराई से दूर रहने के लिए समय समय पर प्रेरित भी करता रहता है। 

Mohit