इश्क में पागल हुई ''बेटी'' ने पिता को भी नहीं बख्शा, मंजर देख हर किसी के पैरों तले खिसकी जमीन

punjabkesari.in Wednesday, Jun 02, 2021 - 06:30 PM (IST)

बंगा / बहराम (चमन लाल /राकेश अरोड़ा / भनोट): थाना बहराम के अधीन पड़ते इलाके का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक गोद ली बेटी ने प्रेम संबंधों में रोड़ा बन रहे पिता को अपने आशिक और उसके दोस्त के साथ मिल कर मौत के घाट उतार दिया। पिछले महीने थाना बहराम के बाहर घर में बने एक माता के मंदिर के मुख्य सेवक की  गुमशुदगी की रिपोर्ट परिजनों की तरफ से थाना में दर्ज़ करवाई गई थी। उक्त मामले में थाना बहराम के एस एच ओ राजीव कुमार ने जांच की तो हैरानी जनक तथ्य सामने आने लगे।



एस एच ओ राजीव कुमार ने बताया कि उन्हें रनजीत सिंह पुत्र मनजीत सिंह उर्फ जीता बाबा निवासी माता दुर्गा मंदिर बहराम ज़िला शहीद भगत सिंह नगर ने बताया कि वह उक्त पते का रहने वाला है और उनके घर में माता का मंदिर बना हुआ है और उसके पिता उक्त मंदिर में गद्दी पर बैठते हैं। उनकी माता पिछले कई वर्षो से विदेश में रह रही हैं और उनके पिता मनजीत सिंह उर्फ जीता बाबा ने 10 साल पहले एक 5 साल की लड़की जिसकी माता मन्दिर में माथा टेकने  आती थी को गोद लिया था। उसके पिता मनजीत सिंह का मनदीप सिंह उर्फ किन्दर पुत्र कश्मीर सिंह निवासी गड़पधाना थाना औड जो मंदिर में बतौर राज मिस्त्री का काम करता है, जो पिछले कुछ साल से कस्बा बहराम में ही कमरा किराए पर लेकर रह रहा है और मेरे पिता के बहुत नज़दीक था। उसने बताया कि मनदीप  उनके घर अक्सर आता-जाता रहता था। इसी बीच उसके संबंध गोद ली बहन जैसमीन उर्फ जस्सी के साथ बन गए। इस बारे जब उसके पिता  को पता लगा तो उन्होंने मनदीप और बहन जैसमीन को ऐसा करने से मना किया। वहीं मनदीप को घर आने के लिए मना कर दिया साथ ही जैसमीन को भी घर से बाहर जाने पर रोक लगाई। जिस कारण पिता की मनजीत सिंह और जैसमीन दोनों में इस बात को लेकर झगड़ा शुरू हो गया।

 

दूसरे दिन जब देखा कि उसके पिता घर में मौजूद नहीं थे। यहां तक कि इधर-उधर ढूंढने पर भी नहीं मिले तो पुलिस में इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई।  जांच करने पर एस एच ओ. राजीव कुमार ने बताया कि मनदीप सिंह उर्फ किन्दर के दोस्त मनजोत उर्फ मनी को थाने बुलाकर  सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि जैसमीन और मनदीप के बीच गलत संबंधों के चलते उसके पिता मनजीत सिंह उर्फ जीता बाबा उन्हें ऐसा करने से मना करते रहते थे। जबकि मनदीप और जैसमीन पिता मनजीत सिंह जीता बाबा का विरोध करते थे। जिसके चलते मनदीप उर्फ किन्दर,जैसमीन, और उसने मनजीत सिंह उर्फ जीता बाबा का गला घोट कर मार दिया था और उसकी लाश घर में बने बाथरूम के पीछे 4 से 5 फीट गहरा गड्ढे  में खोद कर उसमें दबा दिया।एस एच ओ राजीव कुमार ने बताया कि मनजोत उर्फ मनी द्वारा दी निशान देह पर एस डी एम बंगा  विराज तिकड़े की हाज़िरी में सुबह दबी लाश को गड्ढे में से बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल बंगा में भिजवा दिया जबकि मनजोत उर्फ मनी, मनदीप सिंह उर्फ किन्दर और जैसमीन ख़िलाफ़ 302,34, 201 के अंतर्गत मामला दर्ज़ कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि मनजोत उर्फ मनी को उक्त मामले में गिरफ़्तार कर लिया गया है जबकि जैसमीन और मनदीप सिंह उर्फ किन्दर की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और उन्हें भी जल्द काबू कर लिया जाएगा।

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Vatika