कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे प्राइवेट अस्पतालों के लिए DC ने जारी किए नए दिशा-निर्देश

punjabkesari.in Tuesday, Sep 01, 2020 - 03:02 PM (IST)

जालंधर (चोपड़ा): प्राइवेट अस्पतालों में 10 दिनों से इलाज करवा रहे कोरोना मरीज़ों के कोविड -19 के टेस्ट दोबारा न करवाए जाए। उक्त हिदायत डिप्टी कमीश्नर घनशाम थोरी ने प्राइवेट अस्पतालों में कोविड प्रभावित मरीज़ों के लिए बेहतर तालमेल और प्रबंधों को मज़बूत बनाई माहिरों की समिति की अध्यक्षता करते दी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों मुताबिक 10 दिनों तक प्राइवेट अस्पतालों में इलाज अधीन मरीज़ों के दोबारा बिना कोविड टेस्ट करवाए उनको होम आइसोलेशन के लिए भेजा जा सकता है। सेहत विभाग ने प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से दोबारा टेस्ट करवाने की कुछ शिकायतें मिलीं हैं, जिसको देखते हुए उन्होंने प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों को भी कहा कि हर मरीज़ की फाइल में सैंपल लेने संबंधी तारीख़ का पूरा विवरण दिया जाए।

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस महामारी से लोगों की कीमती जानें बचाने के लिए विशेष ध्यान दिया जाये, जिसके लिए हमें सभी को मिल कर काम करना चाहिए। उन प्राइवेट अस्पतालों को कहा कि वह यकीनी बनाने कि उनके अस्पतालों में इलाज करवा रहे मरीज़ों को किसी तरह की परेशानी न आए। उन्होंने कहा कि माहिरों की समिति का गठन कोविड -19 के टेस्ट के लिए रैफर किये गए मरीज़ों के संपर्क में आए व्यक्तियों और ऐडरैस्स संबंधी रिपोर्ट भेजने के अलावा रोज़मर्रा की प्राइवेट अस्पताल से कोविड -19 के संदिग्ध मरीज़ों संबंधी रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए किया गया है। इस मौके सिविल सर्जन डा. गुरिन्दर कौर चावला, डा. अणु, आई. ऐम्म. ए. प्रधान डा. नवजोत दहआ आदि भी मौजूद थे। 

Tania pathak