नवजन्मी बच्ची का शव मिलने से एक बार फिर शर्मसार हुई इंसानियत

punjabkesari.in Thursday, Jun 27, 2019 - 10:24 AM (IST)

अबोहर: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम पर सिर्फ  कागजों में ही जोर दिया जा रहा है लेकिन हकीकत में यह नारा सार्थक होता दिखाई नहीं दे रहा। अबोहर शहर में पिछले 1 साल से 5 नवजात बच्चियों के शव कूड़े के ढेरों व नहरों में लावारिस पड़े मिले हैं जिन्हें देखकर इंसानियत शर्मसार हो गई है। ऐसा ही एक इंसानियत को शर्मसार करने का मामला आज सामने आया है, जब उपमंडल के गांव गिद्दड़ांवाली के निकट से एक पानी के खाले में नवजन्मी लावारिस बच्ची का शव मिला। पुलिस, सिविल प्रशासन व अस्पताल प्रशासन द्वारा लावारिस मिली बच्चियों के माता-पिता को ढूंढने की कोई कोशिश नहीं की जा रही। 

जानकारी अनुसार गांव गिद्दड़ांवाली में आज सुबह गांव के चौकीदार ने पुलिस को सूचना दी कि गांव के निकट से गुजरने वाले एक पानी के खाले में लावारिस नवजन्मी बच्ची का शव पड़ा है। शव की सूचना मिलते ही खुईयांसरवर के थाना प्रभारी परमजीत सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और समाजसेवी संस्था नर सेवा नारायण सेवा समिति को सूचित किया।समिति के सेवादार रवि कुमार ने मौके पर पहुंचकर बच्ची के शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। शव को देखने से अनुमान लगाया जा रहा है कि यह 2 दिन पुराना है और डिलीवरी किसी प्राइवेट अस्पताल में हुई है, क्योंकि बच्ची के नाड़ू पर एक कैप लगा है, जो डिलीवरी के समय अस्पताल में बच्चों को लगाया जाता है। 


क्या कहते हैं थाना प्रभारी 
खुईयांसरवर के थाना प्रभारी परमजीत सिंह ने बताया कि उन्हें आज सुबह चौकीदार से नवजात ब‘ची का शव मिलने की सूचना मिली थी जिस पर उन्होंने मौके पर पहुंचकर ब‘ची के शव को सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। उन्होंने कहा कि चौकीदार के बयानों पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 318 तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रहीहै।

पालने का नहीं हो रहा प्रयोग
अबोहर में लगातार बढ़ रही भ्रूण हत्या को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा जिला बाल सुरक्षा व नरसेवा नरायण सेवा समिति के सहयोग से सिविल अस्पताल अबोहर में एक पालना बनाया गया था। जिसका उद्घाटन स्थानीय उपमंडल अधिकारी पूनम सिंह द्वारा किया गया था। इसके  खोलने का उद्देश्य यही था कि लोग नवजन्मे बच्चों को झाडिय़ों, नहरों व अन्य स्थानों पर न फैंके। 


नवजात शवों के परिजनों का आज तक नहीं मिला कोई सुराग 
 इन पांचों मामलों में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 318 तहत मामले दर्ज किए गए। पुलिस व अस्पतालों का आपसी तालमेल न होने के कारण अब तक एक भी मामले का कोई सुराग नहीं मिल पाया। लावारिस ब‘ची होने के कारण पुलिस विभाग व अस्पताल द्वारा अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई गई। गौरतलब है कि इससे पहले 1 ब‘ची का शव रेलवे स्टेशन के निकट झाडिय़ों में, 1 शव ठाकर आबादी के कूड़े के ढेर से, 1 शव हनुमानगढ़ पुल के नीचे खाली पड़े प्लाट से, 1 शव गांव सप्पांवाली के मंदिर के पास नहर में मिला था। इसी क्रम ये 5वां शव आज पानी के खाले से मिला है। 


नवजन्मी बच्ची का शव मिलने की घटना निंदनीय : प्रिंसीपल रेखा सूद हांडा
अबोहर में लड़कियों का संस्थान गोपीचंद आर्य महिला कॉलेज चला रही प्रिंसीपल रेखा सूद हांडा ने नवजन्मी ब‘ची को लावारिस फैंकने की घटना की ङ्क्षनदा की है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को समाज में जागरूकता के साथ-साथ ठोस कदम उठाने चाहिएं। जब तक लोग लड़कियों को बोझ समझेंगे, तब तक ऐसी घटनाओं में कमी नहीं लाई जा सकती। उन्होंने कहा कि लोग दोहरी नीति बंद करें, बेटे के लिए दहेज लेना और बेटी के लिए दहेज देना बंद हो। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ रही दुष्कर्म की वारदातों के कारण ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। गत दिवस यू.पी. में 2 वर्ष की ब‘ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना के विरोध में आई.पी.एस. अधिकारी द्वारा सरेआम गोली मारने वाला कानून लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार के नाम पर किसी भी ऐसे आरोपी को बख्शा न जाए।

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