Golden Temple सरोवर में युवक ने लगाई छलांग, 10 घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने निकाला शव

punjabkesari.in Thursday, Jul 09, 2020 - 11:26 AM (IST)

अमृतसरः श्री हरिमंदिर साहिब के सरोवर में  आत्महत्या करने के लिए डूबे युवक का शव गोताखोरों की मदद से करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद  निकाला गया । सूत्रों के हवाले के साथ इस व्यक्ति की उम्र तकरीबन 30 से 32 साल के लगभग है, इसका कद  5 फुट 7 इंच है। इसने सफेद रंग का कुर्त्ता-पजामा और सफेद तौलिया बांधा हुआ था। इसके कपड़ों में से कोई भी पुख्त सबूत मिलने के कारण यह नहीं पता लग सका कि यह कहां का रहने वाला है। थाना गलियारा की पुलिस द्वारा शव को सिविल असतपाल में शिनाख्त के लिए रख दिया गया है। प्रशासन द्वारा इस व्यक्ति बारे पता लगाने के लिए या इसके परिजनों द्वारा सम्पर्क करने के लिए मुख्य अधिकारी थाना कोतवाली के साथ 97811-30205 या इंचार्ज गलियारा के नंबर 97811-30219 पर संपर्क करने के लिए कहा गया है।

डूबे व्यक्ति को निकालने के कोई पुख्ता प्रबंध नहीं हैं शिरोमणि कमेटी के पास : जब भी कभी श्री हरिमंदिर साहिब या आस-पास के सरोवरों में कोई व्यक्ति डूब जाता है तो शिरोमणि कमेटी के पास कोई पुख्ता प्रबंध नहीं हैं जिससे उस व्यक्ति को बचाया जा सके। केवल एक ही गोता खोर शिरोमणि कमेटी के पास है, जबकि संगत द्वारा यह रोष जिताया जा रहा था कि श्री हरिमंदिर साहिब में कम से कम 3 से 4 गोताखोर होने जरूरी हैं और बाकी गुरुद्वारा साहिब में भी 2 गोताखोर होने चाहिए, जो 24 घंटे सरोवर समीप होने जरूरी हैं। श्री हरिमंदिर साहिब के सेवक पत्रकारों की तरफ ज्यादा ध्यान रखते हैं, जिससे वह उनकी कमजोरियों को छिपाने के लिए कोई तस्वीर न खींच लें, परन्तु तैरने वाला व्यक्ति जो डूब कर अपनी जान गवा बैठा उसे छलांग मारने लगे को कोई न रोक सका।

कुछ समय से जब भी श्री हरिमंदिर साहिब के अंदर कोई पत्रकार दाखिल होता है। चाहे वह दर्शन करने के लिए ही जा रहा हो। अधिकारियों की शाबाश लेने वाले और आज्ञाकार एक परिक्रमा इंचार्ज की तरफ से दूर से ही उसे शकी नजरों के साथ देखते हुए हिदायत कर दी जाती है कि कोई भी फोटो नहीं खींचनी जबकि इस मर चुके व्यक्ति की तस्वीर खिच्चनी जरूरी थी ताकि उसके परिजनों को उसका शव मिल सके। अगर कोई पत्रकार तस्वीर खिंचवाता है तो श्री हरिमंदिर साहिब के सेवकों के पास से उसका मोबाइल या कैमरा छीन लिया जाता है और उसके साथ दुव्र्यवहार किया जाता है। पूछने पर कहा जाता है कि यह प्रधान शिरोमणि कमेटी का हुक्म है। इन कुछ व्यक्तियों आगे शिरोमणि समिति का प्रचार विभाग बौना होता दिखाई दे रहा है। इसके प्रति पत्रकार भाईचारो में रोष पाया जा रहा है। इस दुव्र्यवहार संबंधी कुछ पत्रकारों के पास पुख्ता सबूत भी मौजूद हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vatika

Recommended News

Related News