गर्दन में दर्द के कारण भर्ती करवाया था नौजवान, डॉक्टरों की लापरवाही से मौत

punjabkesari.in Friday, Feb 12, 2021 - 05:54 PM (IST)

चंडीगढ़ (पाल) : जी.एम.एस.एच.-16 में युवक की मौत के बाद डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगे हैं। सैक्टर-56 निवासी हरीश चंद्र तिवारी को गर्दन में दर्द के कारण अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मृतक के पिता राम देव तिवारी का आरोप है कि अस्पताल में जब बेटे की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी तो सीनियर डॉक्टर से बार-बार आग्रह के बावजूद उन्होंने जूनियर डॉक्टर को चैकअप के लिए भेज दिया। 

2 घंटे तक ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं हो पाई
जब जूनियर डॉक्टर ने ऑक्सीजन लगाने की जरूरत बताई तो मौके पर ऑक्सीजन की व्यवस्था ही नहीं थी। जब यह बात सीनियर डॉक्टर को बताई तो भी 2 घंटे तक ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं हो पाई। इसकी वजह से युवक ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने कहा कि अगर अस्पताल प्रशासन सचेत होकर काम करता तो उनके घर का चिराग नहीं बुझता। उन्होंने इस घटना के लिए डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराते हुए कड़ कार्रवाई करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो पाए और उन्हें भी न्याय मिले।

परिजनों ने किया प्रदर्शन
चंडीगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महामंत्री शशि शंकर तिवारी ने मौके पर पहुंचकर सारे घटनाक्रम का विवरण लिया और डॉक्टर के खिलाफ लिखित शिकायत सैक्टर-17 थाना प्रभारी राम रत्न शर्मा और डायरैक्टर अमनदीप कंग को दी। उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दोनों अफसरों ने आश्वासन दिया कि पूरे केस की जांच करके कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मृतक के परिजन काफी संख्या में अस्पताल पहुंच गए और शशि शंकर तिवारी के नेतृत्व में प्रदर्शन भी किया। तिवारी ने कहा कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से आए दिन कोई न कोई हादसा होता रहता है। उन्होंने चंडीगढ़ प्रशासक से भी मांग की कि दोषी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

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Vatika