श्री हजूर साहिब में कथा वाचक दीप सिंह ने किया खुलासा- ''गुहार लगाने पर भी नहीं किए थे कोरोना टैस्ट''

punjabkesari.in Sunday, May 03, 2020 - 08:45 AM (IST)

नवांशहर(त्रिपाठी): पंजाब सरकार की ओर से श्री हजूर साहिब से वापिस लाए गए श्रद्धालुओं के चलते कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।श्री हजूर साहिब में बतौर कथा वाचक सेवाएं देने वाला दीप सिंह उर्फ प्रदीप शर्मा जो 2 दिन पहले ही वापस आया था तथा जिसे जिला अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया है, ने बताया कि श्री हजर साहिब से आने वाले श्रद्धालुओं के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के लिए पूरी तरह से महाराष्ट्र सरकार जिम्मेदार है।

उसने स्पष्ट किया कि वहां किसी के भी कोरोना टैस्ट नहीं हुए। वहां श्रद्धालुओं की 2-3 बार स्क्रीनिंग की गई थी जिसे कुछ लोग कोरोना टेस्ट के तौर पर ले रहे है, जबकि कोरोना टैस्ट के लिए नाक अथवा गले से सैंपल लेने जरूरी होते है। दिल्ली से आया एक श्रद्धालु उसके पास 3 दिन तक रहा था जिसे बुखार तथा खांसी की शिकायत थी जिस उपरान्त वह उक्त सिमटम महसूस करने लग पड़ा था। उसने बताया कि वह 22-23 मार्च को 5 किलोमीटर पैदल चल कर महाराष्ट्र के बिशनपुरी स्थान पर स्थित सरकारी अस्पताल में गया तथा उसने अस्पताल स्टाफ को उसे कोरोना के सिमटम होने की बात कह कर उसका कोरोना टैस्ट करने की गुहार लगाई थी परन्तु उसे बिना टेस्ट किए ही वापस भेज दिया। उसने बताया कि श्री हजूर साहिब से आने के बाद उसे भी अन्य कई श्रद्धालुओं की भांति रियात कैम्पस में लाया गया था जहां उसकी ओर से उसे खांसी इत्यादि की शिकायत बताने के उपरान्त एक बुजुर्ग महिला सहित नवंशहर के जिला अस्पताल में क्वारंवाईन किया गया है।


कोरोना संदिग्ध मरीज के परिवार से बनाई गांवों ने दूरी
प्रदीप ने बताया कि श्री हजुर साहिब से आने के बाद जिला प्रशासन की ओर से सीधे ही जिला अस्पताल में क्वारंटाईन कर दिया गया है तथा वह अपने घर भी नहीं गया है। उसे परिवार से फोन पर जानकारी मिली कि उसके संदिग्ध मरीज के तौर पर क्वारंटाइन होने के चलते गांव के लोगों ने उसके परिवार से दूरी बना ली है। उसके परिवार को राशन इत्यादि लेने में दिक्कते आ रही है। उसके भाई को पेट्रोल पम्प पर डीजल देने से भी इंकार कर दिया गया है।

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