दिल्ली-अमृतसर रेल सैक्शन पर इस बेहद व्यस्त फाटक पर बनेगा अंडरपास-DC ने NHAI को लिखा पत्र

punjabkesari.in Saturday, Jan 23, 2021 - 04:50 PM (IST)

जालंधरः जालंधर नैश्नल हाईवे 44 पर ट्रैफ़िक को सुचारू ढंग से चलाने और यात्रियों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए ज़िला प्रशासन ने सबसे अधिक व्यस्तता वाले दिल्ली-अमृतसर रेल सैक्शन पर पड़ती दकोहा रेलवे क्रॉसिंग पर सब - वे बनाने के लिए नेशनल हाईवे अथारटी आफ इंडिया (एनएचएआई) के पास पहुँच की है। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने एन.एच.ए.आई. को लिखे पत्र से अवगत करवाया कि दकोहा रेलवे क्रॉसिंग एन.एच. -44 केवल 25 मीटर की दूरी पर है, जहां सड़क हादसों को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी वाहनों की यातायात की मद्देनज़र एक अंडरपास की ज़रूरत है। 

उन्होंने कहा कि एनएच-44 से लगती दकोहा रेलवे क्रॉसिंग हाईवे पर जब रेल गाड़ीयाँ गुज़रतीं हैं, वाहनों की लम्बी लाईने लग जातीं हैं। डिप्टी कमिश्नर, जिन लोक निर्माण विभाग (पी.डब्ल्यू.डी) और रेलवे जालंधर के आधिकारियों के साथ साइट का निरीक्षण भी किया, ने कहा कि तेज़ रफ़्तार से सीधा हाईवे ऊपर आने वाले वाहन के लिए दकोहा रेलवे क्रॉसिंग एक बड़ी रुकावट बन गई है, जो अक्सर यहाँ हादसों का कारण बनती है।  उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग की संभावित रिपोर्ट अनुसार ऐन.ऐच.-44 के साथ नज़दीकी होने दकोहा रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे ओवर ब्रिज नहीं बनाया जा सका हालांकि वाहन अंडरपास बनाया जा सकता है, जिस सम्बन्धित रिपोर्ट लोक निर्माण विभाग की तरफ से दी गई है, जिससे न सिर्फ़ पास के इलाका निवासियों को राहत मिलेगी बल्कि हादसों को रोकने में भी सहायता मिलेगी। 
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि वाहन अंडरपास ट्रैफ़िक के साथ जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए सब से बढ़िया विधि है और राजस्व आधिकारियों को ज़मीनों की सीमाबंदी शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि ब्लैक स्पोर्ट्स पर हादसों के कारण कई लोग अपना, जीवन गुमा चुके हैं और कीमती जीवन को बचाने के लिए इनमे तुरंत सुधार करना बहुत ज़रूरी है। एनएचएआई के चेयरमैन सुखबीर सिंह संधू को लिखे पत्र में थोरी ने उनसे अपील की कि वह प्रोजैक्ट डायरैक्टर अम्बाला /जालंधर को वाहन अंडरपास पर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दें। इस अवसर पर एसडीएम डा. जय इन्द्र सिंह, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी इंजीनियर (बी एंड आर) भागविन्दर सिंह तुली, एसडीओ विशाल कुमार, सहायक इंजीनियर राहुल और अन्य शामिल थे।

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