गुरु नानक देव अस्पताल द्वारा खरीदी गई पीपीई किट का मामला गर्माया, सुपरिटेंडेंट को जांच से पहले पद से हटाने की मांग

punjabkesari.in Monday, Apr 27, 2020 - 04:57 PM (IST)

अमृतसर (दलजीत): गुरु नानक देव अस्पताल के मैडीकल सुपरिटेंडेंट द्वारा मापदंडो पर खरी न उतरने वाली खरीदी गई 41.40 लाख की पी.पी. किट का मामला गर्माता जा रहा है। ऑल इंडिया एंटी करप्शन मोर्चा तथा पंजाब एकता पार्टी ने खरीद में घोटाला होने की शंका जाहिर की है। दोनों पार्टियों ने सरकार से मांग की है कि जांच से पहले तुरंत मैडीकल सुपरिटेंडेंट पद पर तैनात डाक्टर रमन शर्मा को हटाया जाए ताकि वह आने वाले दिनों में जांच को प्रभावित न करें। इस संबंध में मोर्चे द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा गया है। मोर्चे के राष्ट्रीय चेयरमैन महंत रामेशानंद सरस्वती, जुगल किशोर महाजन व पार्टी के प्रधान सुरेश कुमार शर्मा ने आरोप लगाया कि जो पी.पी.ई किट्स की खरीद की गई उसमें बड़ा घोटाला हुआ क्योंकि जो किट बाजार से आसानी से 800 रूपए में मिल सकती थी, उसे लगभग 2200 रूपए में खरीदा गया। इस खरीद संबंधी अमृतसर के सांसद ने जो 1 करोड़ रूपए अपने एम.पी. लैंड फंड से जारी किए थे, का गलत इस्तेमाल किया गया।  उन्होंने कहा कि उक्त घोटाला मंत्री के शहर में होना बड़ी हैरानीजनक बात है। 

मामले को कई दिन बीत चुके है लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। महंत सरस्वती ने कहा कि सीधे तौर पर मामले में सुपरिटेंडेंट को बचाने की कोशिश की जा रही है। अस्पताल की खामियों को सरकार तक पहुंचाने के लिए बोलने वाले कर्मचारियों पर तो कार्रवाई की जा रही है परन्तु जो घोटाले कर रहे है उनको नजर अंदाज किया जा रहा है। सुरेश शर्मा ने कहा कि सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए तथा सरकार को इस संबंध में जल्द स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए ताकि लोगों को पता चल सके कि आखिरकार कितना घोटाला हुआ है तथा किस अधिकारी की जेब में कितने पैसे गए है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस मामले में और भी नए खुलासे आने वाले दिनों में करेगी।

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Riya bawa