छात्रों के डिपोर्ट का मामला: जाली दस्तावेज जारी करने वाले ट्रैवल एजेंट की हुई पहचान
punjabkesari.in Thursday, Mar 16, 2023 - 05:34 PM (IST)

जालंधर : कनाडा से वापस भेजे जा रहे 700 भारतीय छात्रों को जाली दस्तावेज जारी करने के आरोपी ट्रैवल एजेंट के कार्यालय का जालंधर पुलिस ने पता लगा लिया है। पुलिस ने कहा कि कार्यालय शहर के बस डिपो के निकट है, लेकिन यह छह महीने से बंद है। उन्होंने कहा कि वे अन्य जानकारी का सत्यापन कर रहे हैं और इस मामले में अभी कोई शिकायत नहीं मिली है। मीडिया में आईं कुछ खबरों में कहा गया है कि जालंधर में स्थित ट्रैवल एजेंट की ओर से जारी दस्तावेज जमा कराने के चलते 700 से अधिक भारतीयों को वापस भेजा रहा है। छात्र 2018-19 में अध्ययन वीजा पर कनाडा गए थे, लेकिन हाल में जब उन्होंने कनाडा में स्थायी निवास के लिए आवेदन किया तो उक्त धोखाधड़ी सामने आई।
इस मामले में डी.सी.पी. वत्सला गुप्ता ने बताया कि खबरों के माध्यम से उन्हें यह जानकारी मिली है कि एक ट्रैवल एजेंट जालंधर के ग्रीन पार्क में इमीग्रेशन का काम करता था। उसके द्वारा भेजे गए विद्यार्थियों को कैनेडा से डिपोर्ट किया जा रहा है और लगभग 700 के करीब विद्यार्थी डिपोर्ट हो रहे हैं। लेकिन इस मामले में अभी तक उनको कोई शिकायत नहीं मिली है फिर भी वह अपनी तरफ से जांच-पड़ताल कर रहे हैं। इमीग्रेशन का काम करने वाला बृजेश मिश्रा यहां नहीं रहता और 6 महीने से उसका दफ्तर बंद पड़ा है। उन्होंने कहा कि इस ट्रैवल एजेंट के बारे में वह पूरी जांच-पड़ताल करेंगे और इसका पता लगाएंगे। साथ ही उन्होंने अपील की है कि विदेश जाने वाले विद्यार्थी और नागरिक सही इमीग्रेशन का काम करने वालों से संपर्क करें ताकि उनसे धोखा न हो। बता दें कि कनाडा सरकार ने पंजाब के 700 स्टूडैंट्स के दस्तावेज जाली पाए जाने पर उन्हें डिपोर्ट करने का फैसला लिया है, जिस संबंधी जालंधर पुलिस ने एक्शन में आते हुए आज जालंधर के इमीग्रेशन सैंटर पर दबिश दी।
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