फतेहवीर के रैस्कूय आप्रेशन के बाद नाकामी छुपाते दिखे DC घनश्याम

punjabkesari.in Tuesday, Jun 11, 2019 - 09:12 AM (IST)

संगरूरःफतेहवीर को बैरोवाल से निकाले जाने के बाद संगरूर के डी.सी. घनशाम थोरी ने दावा किया है कि फतेहवीर को बोरवैल से एन.डी.आर.एफ. की टीम ने बाहर निकाला है। डी.सी. थोरी ने कहा कि सारे आप्रेशन को एन.डी.आर.एफ. ने पूरा किया है।

फतेहवीर की मौत के बाद लोगों का प्रदर्शन
उल्लेखनीय है कि डेढ़ सौ फुट गहरे बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे फतेहवीर सिंह को 5 दिन बाद बाहर निकाला गया है, जिसे चंडीगढ़ के PGI अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। फतेहवीर की मौत की खबरों के बाद लोग घटनास्थल तथा पी.जी.आई के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। 

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इस तरह बोरवैल में गिरा था फतेह

गौरतलब है कि सुनाम इलाके में पड़ते सुगरूर जिले के गांव भगवानपुरा निवासी सुखविंदर सिंह का परिवार खेत में काम कर रहा था। इस दौरान उनका खेल रहा 2 साल का बेटा फतेहवीर सिंह न जाने कब उस तरफ चला गया, जहां पिछले 10 साल से बंद पड़े बोरवेल को प्लास्टिक की बोरी से ढ़क रखा था। धूप और बारिश वगैरह में कमजोर हो चुकी बोरी पर जैसे ही बच्चे का पैर पड़ा, वह उसी में ही उलझकर बोरवैल में नीचे चला गया। बच्चा 120 फुट गहराई और 9 इंच की पाइप में फंस गया था। बच्चे के नीचे गिरने का पता चलते ही घर वालों के हाथ-पैर फूल गए। उन्होंने आनन-फानन में पुलिस प्रशासन को सूचित किया। प्रशासन घटनास्थल पर हाजिर हो गया व तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। बच्चे को निकालने के लिए एन.डी.आर.एफ., डेरा प्रेमी और आर्मी की टीमें जुटी रही थी। 

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बोरी से ढका हुआ था बोरवैल
जिले के भगवानपुरा गांव में अपने घर के पास सूखे पड़े इस बोरवेल में गुरुवार शाम को फतेहवीर गिर गया था। इससे पहले अधिकारियों ने बताया कि यह बोरवैल एक बोरी से ढका हुआ था। फतेहवीर खेलते हुए वहां पहुंचा और उसमें गिर गया। उसकी मां ने अपनी इस इकलौती संतान को बचाने की बहुत कोशिशें की लेकिन वह इसमें नाकामयाब रही। बचाव दल रविवार को उसके करीब पहुंच गया था, लेकिन उसे निकाला नहीं जा सका। कुछ तकनीकी समस्याएं सामने आ गईं थीं।  
 

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