पाबंदी के बावजूद पंजाब में धान की रोपाई जारी

punjabkesari.in Wednesday, Jun 13, 2018 - 10:45 AM (IST)

चंडीगढ़ (भुल्लर): पंजाब सरकार की ओर से भू-जल समस्या के मद्देनजर 20 जून से पहले धान की रोपाई पर पाबंदी के बावजूद राज्यभर में धान की रोपाई जारी है। वहीं कृषि विभाग की ओर से भी कार्रवाई तेज करने के कारण सरकार और किसानों में टकराव बढ़ गया है। किसानों की ओर से 16 घंटे बिजली सप्लाई के लिए राज्यभर में पावरकॉम कार्यालयों के आगे धरने भी जारी हैं। कृषि विभाग ने किसानों पर दबाव बनाने के लिए नोटिस जारी करने शुरू कर दिए हैं।


कृषि विभाग के सूत्रों अनुसार विभिन्न जिलों में सैंकड़ों किसानों को नोटिस जारी कर 2 दिन में पाबंदी के उल्लंघन के लिए जवाब मांगा है। निर्धारित समय में जवाब न मिलने पर 10 हजार जुर्माना और ट्यूबवैल कनैक्शन काटने की बात लिखी है। इसके बावजूद किसान यूनियन समय से पहले धान लगाने के आह्वान पर कायम है और किसान नेताओं ने घोषणा की है कि उन्हें ऐसे नोटिसों की परवाह नहीं है।


भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के आह्वान पर पंजाबभर में अनिश्चित समय के धरने दूसरे दिन भी जारी रहे। यूनियन नेताओं ने बिजली मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ के बयान पर भी कड़ा रोष व्यक्त किया। महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने आरोप लगाया कि मोगा जिले में पुलिस किसानों को केस दर्ज करने की धमकी दे रही है परंतु मामला हल नहीं होने वाला।


सरकारी आदेशों की अवहेलना करने पर पूर्व सरपंच सहित 250 किसानों पर मामला दर्ज
मोगा (आजाद): पंजाब सरकार ने धान की रोपाई का समय 20 जून निर्धारित किया है और इससे पहले धान की रोपाई करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। मुख्य कृषि अधिकारी मोगा डा. हरिंद्रजीत सिंह ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि गांव सेखा कलां में पूर्व सरपंच गुरमीत सिंह ने सरकार द्वारा निर्धारित तारीख से पहले धान की रोपाई कर दी है। इस तरह उन्होंने सरकारी आदेशों की अवहेलना की है। जानकारी मिलने पर वह खेतीबाड़ी विभाग के अधिकारियों व पुलिस मुलाजिमों को साथ लेकर किसान गुरमीत सिंह पूर्व सरपंच के खेत में गए और उन्हें कहा कि तुमने सरकारी आदेशों की अवहेलना की है, इसलिए धान में ट्रैक्टर चलाकर इसे क्षतिग्रस्त कर दिया जाए। उसने इंकार कर दिया और लगभग 250 किसानों को बुलाकर खेतीबाड़ी विभाग के अधिकारियों का घेराव कर नारेबाजी करनी शुरू कर दी।

 

पुलिस ने की कार्रवाई
सरपंच ने सरकारी कार्य में भी विघ्न डाला है। हमने उन्हें बहुत समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी। इस संबंध में हमने पुलिस के उच्चाधिकारियों को शिकायत की, जिस पर समालसर पुलिस द्वारा मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. हरिंद्रजीत सिंह की शिकायत पर पूर्व सरपंच गुरमीत सिंह निवासी सेखा कलां व लगभग 250 अज्ञात किसानों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले की अग्रिम जांच सहायक थानेदार राज सिंह द्वारा की जा रही है।

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