DGP ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा की समीक्षा की, नशा विरोधी अभियान को तेज करने के निर्देश

punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2019 - 08:42 AM (IST)

जालंधर (धवन): पाकिस्तान स्थित आतंकियों की ओर से भारी खतरे को देखते हुए पंजाब के डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की और साथ ही पुलिस फोर्स को निर्देश दिए कि सीमावर्ती क्षेत्रों में नाकों को मजबूत बनाया जाए। उन्होंने गैंगस्टरों, नशा तस्करों व अपराधियों के खिलाफ और सख्ती करने के विभिन्न उपायों पर भी विचार किया। 

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पिछले दिनों राज्य में ए श्रेणी के शेष रहते 5 गैंगस्टरों को जल्द गिरफ्तार करने के लिए टीमें गठित करने को कहा था और साथ ही पुलिस कमिश्ररों तथा एस.एस.पीज को निर्देश दिए कि सभी जिलों में महिलाओं पर होने वाले अपराधों को नियंत्रित करने के लिए व्यक्तिगत ध्यान दिया जाए और साथ ही पहल के आधार पर जनता की समस्याओं का निवारण किया जाए। उन्होंने सभी पुलिस कमिश्ररों व एस.एस.पीज को निर्देश दिए कि 2010 के बाद भर्ती होने वाले सभी सब-इंस्पैक्टरों व कांस्टेबलों जिन्होंने अभी तक पुलिस थानों में काम नहीं किया है, उन्हें तुरन्त 2 वर्षों के लिए पुलिस थानों में तैनात किया जाए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे हर सप्ताह बुधवार को अपराध नियंत्रण को लेकर बैठकें करें। वहीं, डी.जी.पी. ने फील्ड मे तैनात अधिकारियों से कहा कि वे ब्लाइंड मर्डर केसों का जल्द निपटारा करें और साथ ही वाहनों की छीनाझपटी तथा गली-मोहल्लों में होने वाली स्नैचिंग को रोकें। बैठक में पुलिस मुख्यालय से सभी वरिष्ठ अधिकारियों, सभी पुलिस कमिश्ररों, सभी एस.एस.पीज, सभी रेंजों के आई.जी. व अन्य ने भाग लिया। यह बैठक पी.ए.पी. जालंधर में हुई।

पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का नोटिस लेते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में नवीनतम घटनाक्रम को देखते हुए चौकसी जरूरी हो गई है। अब चूंकि सर्दी में धुंध का मौसम निकट आ रहा है इसलिए पाकिस्तान द्वारा पंजाब तथा जम्मू-कश्मीर की मार्फत आतंकियों की घुसपैठ करवाने की कोशिशें की जाएंगी।  उन्होंने सभी पुलिस कमिश्ररों से कहा कि वे उच्चतम खतरे में शामिल लोगों को छोड़कर अन्य से सब-इंस्पैक्टर तथा सहायक सब-इंस्पैक्टरों को वापस बुलाएं। सुरक्षा प्राप्त लोगों के पास कांस्टेबल स्तर के अधिकारी होने चाहिएं। उन्होंने एन.डी.पी.एस. केसों की भी समीक्षा की। यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक पुलिस थाने तथा उपमंडल में उत्तरदायित्व केन्द्र बनाए जाएंगे तथा प्रत्येक एस.एच.ओ. व सब-डिवीजनल पुलिस अधिकारी की कारगुजारी की समीक्षा हर महीने की जाएगी। यह कारगुजारी नशों के खिलाफ अभियान, अपराध नियंत्रण, आपराधिक केसों की जांच व गिरफ्तारियों से जुड़ी रहेगी। बैठक में वांछित अपराधियों की गिरफ्तारियां तुरन्त शुरू करने का निर्णय लिया गया तथा इसमें उन अपराधियों पर फोकस किया जाएगा, जो एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत दर्ज केसों में शामिल हैं।बैठक में स्पैशल डी.जी.पी. प्रबोध कुमार, ए.डी.जी.पी. प्रशासन गौरव यादव, ए.डी.जी.पी. कानून व्यवस्था ईश्वर सिंह, ए.डी.जी.पी. तकनीकी सेवा कुलदीप सिंह, ए.डी.जी.पी. सुरक्षा वरिन्द्र कुमार, ए.डी.जी.पी. आर.एन. ढोके, ए.डी.जी.पी. कमांडो राकेश चंद्र, पुलिस कमिश्रर जालंधर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, पुलिस कमिश्रर लुधियाना राकेश अग्रवाल, पुलिस कमिश्रर अमृतसर सुखचैन सिंह गिल व अन्य अधिकारी मौजूद थे। 

ADGP आंतरिक सुरक्षा, कानून व्यवस्था व आई.जी. बार्डर रेंज के साथ अलग से बैठक
डी.जी.पी. गुप्ता ने सुरक्षा समीक्षा व तैयारियों का जायजा लिया और साथ ही ए.डी.जी.पी. आंतरिक सुरक्षा, ए.डी.जी.पी. कानून व्यवस्था, आई.जी. बार्डर रेंज तथा 7 जिलों के एस.एस.पीज के साथ अलग से बैठक भी की। डी.जी.पी. ने कहा कि नशों के खिलाफ चल रही मुहिम को और तेज करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में उन्होंने एस.टी.एफ. के ए.डी.जी.पी., आई.जी. तथा अन्य अधिकारियों के साथ बैठक भी की, जिसमें इस बात पर संतोष जताया कि नशों की सप्लाई में कमी आई है। उन्होंने सभी पुलिस कमिश्ररों व एस.एस.पीज को नशों के खिलाफ और सख्ती करने के निर्देश दिए। 

स्पैशलाइज्ड टीमों को मजबूत बनाएं 
डी.जी.पी. गुप्ता ने जिला स्तर पर बनी स्पैशलाइज्ड टीमों की समीक्षा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि जिला सोशल मीडिया टीम, जिला साइबर टीम, जिला इंटैरोगेशन टीम तथा अन्य टीमों को और प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के निर्देश दिए और कहा कि बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराध रुकने चाहिएं। अगले 6 महीनों में पुलिस थानों की इंस्पैक्शन की जाएगी। बैठक में जिलों व बटालियनों में पड़े हथियारों के स्टॉक की समीक्षा की गई और साथ ही हथियार रखने वाले लाइसैंसधारकों की समय-समय पर वैरीफिकेशन करवाने का निर्णय भी लिया गया। 

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