पंजाब में बढ़ रहे Gun Culture पर DGP सख्त, दिए ये आदेश
punjabkesari.in Saturday, Nov 19, 2022 - 08:55 AM (IST)
चंडीगढ़/जालंधर(रमनजीत, धवन): पंजाब भर में में बढ़ रहे गन कल्चर पर नकेल कसने के लिए पुलिस सख्त हो गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से गन-कल्चर को रोकने के लिए सभी मौजूदा हथियार लाइसैंसों की समीक्षा करने के निर्देश देने के तुरंत बाद डी.जी.पी. गौरव यादव ने आज राज्यभर में गन हाऊसों संबंधी सभी दुकानों और अहातों (परिसरों) के स्टॉक की तिमाही आधार पर जरूरी जांच करने के आदेश दिए हैं।
पंजाब में हर 1000 लोगों के पीछे 13 बंदूकों के लाइसैंस
डी.जी.पी. यादव ने सभी पुलिस कमिश्नरों और एस.एस.पीज को यह यकीनी बनाने के निर्देश दिए कि उनके अधीनस्थ अधिकारी हर तिमाही में अपनी सब-डिवीजनों में पड़ते सभी गन हाऊसों, हथियारों से संबंधित दुकानों और अहातों के स्टॉक की लाजिमी तौर पर जांच करें। इसके अलावा उन्होंने जिला पुलिस सुपरिंटैंडैंट को हर साल कम से कम एक बार निरीक्षण करने की भी हिदायत दी है। ज्ञात रहे कि पंजाब में भारत की कुल आबादी का सिर्फ 2 फीसदी है परंतु पंजाब में कुल लाइसैंसशुदा हथियारों का लगभग 10 फीसदी है, जो लगभग 4 लाख के करीब बनता है या पंजाब में हर 1000 लोगों के पीछे 13 बंदूकों के लाइसैंस हैं।
यू.पी., बिहार और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से हथियारों की बड़ी आमद
उन्होंने कहा कि यू.पी., बिहार और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से अंतर्राष्ट्रीय सरहद और अंतर्राज्यीय सरहदों से गैर-कानूनी हथियारों की बड़ी आमद होती है। चाहे समाज विरोधी तत्वों की तरफ से हथियार गैर-कानूनी तरीके से खरीदे जाते हैं परंतु गोलियां ज्यादातर पंजाब के स्थानीय गन हाऊसों से ली जाती हैं। डी.जी.पी. ने कहा कि गजेटिड पुलिस अधिकारियों द्वारा गन हाऊसों की जांच के बुनियादी पुलिस अभ्यास को लागू करने की तत्काल जरूरत है, जिसके लिए नियमों अनुसार उनको समर्थ किया गया है, ताकि स्टॉक पर नजर रखी जा सके और गोला-बारूद की अनधिकृत खरीद और लाइसैसशुदा हथियारों के दुरुपयोग को रोका जा सके।