रोग प्रतिरोधक शक्ति कम होने से बच्चों को जल्द होता है सर्दी-जुकाम

punjabkesari.in Monday, Jan 07, 2019 - 01:00 PM (IST)

कपूरथला: सर्दी के मौसम में अगर अपने आप को सुरक्षित न रखा जाए तो अक्सर लोग सर्दी, जुकाम व खांसी की चपेट में आ जाते हैं। नाक बहना, सांस लेने में तकलीफ, गले में दर्द, खांसी के साथ बलगम आना आदि ये कुछ ऐसे लक्षण हैं जो रोगी को बहुत बुरी तरह परेशान कर देते हैं। सर्दी की शुरुआत गले में हल्के दर्द के साथ शुरू होती है। अगर साथ में बुखार आना भी शुरू हो जाए तो इसका मुख्य कारण बैक्टीरियल इन्फैक्शन हो सकता है। बच्चों में रोग प्रतिरोधक शक्ति कम होने से सर्दी-जुकाम उन्हें शीघ्र अपनी चपेट में ले सकता है। 

सर्दी और जुकाम के लक्षण 
-आंखों से पानी बहना व जुकाम की शिकायत।
-आवाज में बदलाव, आवाज भारी होना।
-बार-बार छींकें आना, नाक का बंद होना।
-नाक से लगातार पानी गिरना, बलगम भी आना।
-शरीर में थकान, मांसपेशियों में दर्द।
-सिर का भारी महसूस होना।
-गले में दर्द व गला छिला हुआ।

सामान्य उपचार
-सर्दी व खांसी-जुकाम होने पर आराम करें। 
-अधिक गर्म पेयजल लें और पौष्टिक आहार खाएं। 
-बाजार में मिलने वाले बाम और स्प्रे का प्रयोग नाक व गले पर किया जा सकता है। 
-गर्म पानी में नमक डाल कर गरारे करें। 
-इसके अतिरिक्त हल्दी, शहद व काली मिर्च का पेय भी लाभदायक है। 

सर्दी व खांसी-जुकाम में ये बरतें सावधानियां
-रोगी व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। 
-खाने-पीने से पहले हाथों की सफाई करें। 
-अगर आप रोग का शिकार हो चुके हैं तो भीड़ में न जाएं, अपना रुमाल आदि अलग रखें। 
-ठंडी व बाहर की चीजों को खाने से गुरेज करें। 

सर्दी जुकाम के कारण
-सर्दी के मौसम में एक विशेष प्रकार का वायरस जिसे हिनो वायरस कहा जाता है, व्यक्ति में सर्दी व बलगम का रोग फैलाने का कारण बनता है। इसके अलावा कोरोना वायरस पैराइंफ्लूएंजा वायरस भी सर्दी-जुकाम व कफ फैलाने के लिए व्यक्ति को चपेट में ले लेते हैं। 
-सर्दी-जुकाम का रोग एक-दूसरे से संपर्क में आने से भी तेजी से फैलता है। रोगी व्यक्ति के साथ मिलने, हाथ मिलाने से सर्दी का वायरस शरीर के अंदर पहुंच कर व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है। 
-अगर घर में सीलन या घुटन हो तो सर्दी का वायरस तेजी से फैलता है। 
-सर्दी के मौसम में तेज धूप में ठंडा पानी पीना, तैलीए पदार्थ खाने के बाद पेयजल पीने से भी रोग हो सकता है। 
-शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर होना। 
-तेज परफ्यूम या तेल से एलर्जी। 
-हाथों की सफाई के बिना खाना या खाद्य पदार्थों का सेवन। 

सर्दी, जुकाम, खांसी व बुखार सॢदयों में होने वाला आम रोग है। इसमें अधिकतर रोगियों को एंटी-बायोटिक दवाइयों की जरूरत नहीं पड़ती और एंटी-बायोटिक का बिना वजह प्रयोग भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उक्त शिकायत होने पर रोगी को एंटी-कोल्ड या बुखार के लिए पेरासिटामोल की गोली का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में रोगी को आराम करने की सलाह दी जाती है और कुछ दिनों के बाद अपने आप रोग से छुटकारा हो जाता है, लेकिन रोग होने पर डाक्टर के परामर्श से भी एंटी-बायोटिक दवाइयों का प्रयोग करें।  - डा. विक्रम सिंगला, ई.एन.टी. विशेषज्ञ
 

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