इंसानियत ने जीता दिल, कैंसर से जूझ रही 19 वर्षीय युवती के लिए ''फरिश्ता'' बने डाक्टर
punjabkesari.in Wednesday, Nov 12, 2025 - 10:09 PM (IST)
लुधियाना (सहगल) : जम्मू और कश्मीर के पुंछ जिले की रहने वाली 19 वर्षीय वहीदा तबस्सुम पिछले 3-4 सालों से नारकीय जीवन जीने को मजबूर थी, क्योंकि वह अपनी जांघ में एक दुर्लभ कैंसर से पीड़ित थीं, जिसके कारण उन्हें भयंकर दर्द सहना पड़ रहा था। वहीदा तबस्सुम के पिता, स्वर्गीय राशिद खान, परिवार में अकेले कमाने वाले थे, जो दो साल पहले इस दुख की घड़ी में परिवार को बेसहारा छोड़कर दुनिया को अलविदा कह गए।
दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) के हड्डी एवं जोड़ विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अनुभव शर्मा वहीदा तबस्सुम के लिए फरिशता बन कर सामने आए।
डॉ. अनुभव शर्मा ने मानवता की मिसाल कायम करते हुए न केवल उनकी सर्जरी की, बल्कि अपने पारिवारिक मित्रों और साथी डॉक्टरों के सहयोग से इलाज का पूरा खर्च भी उठाया। डॉ. अनुभव शर्मा ने बताया कि वहीदा तबस्सुम के ट्यूमर के इलाज के लिए एक विशेष सीटी-निर्देशित आरएफए प्रक्रिया अपनाई गई, जिससे अब उन्हें दर्द से राहत मिल गई है। मरीज की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है।
वहीदा तबस्सुम की माँ ने डॉ. अनुभव शर्मा, उनके शल्य चिकित्सा सहयोगियों, चिकित्सा समुदाय और उन दानदाताओं का हार्दिक आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने उनकी बेटी को नया जीवन देने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की।

