अब डॉक्टर ने बच्चेदानी के ऑपरेशन दौरान कर दी बड़ी गलती, ICU में जिंदगी की जंग लड़ रही महिला

punjabkesari.in Wednesday, Dec 16, 2020 - 10:21 AM (IST)

चंडीगढ़(रमेश हांडा) : खरड़ के एक निजी अस्पताल के डाक्टर ने गर्भाशय निकालने के लिए सर्जरी की लेकिन पट्टी भीतर ही छोड़ दी। महिला को तकलीफ होने लगी, भूख लगनी बंद हो गई और बुखार रहने लगा। एम.आर.आई. करवाया तो पता चला कि पट्टी आंतडिय़ों और गुदा में फंसी है।इसे एक और बड़े ऑप्रेशन से निकाला गया लेकिन इसके बाद से महिला की हालत नाजुक बनी हुई है। वह रोहतक के एक अस्पताल में आई.सी.यू. में जिंदगी की जंग लड़ रही है। खरड़ व सोनीपत पुलिस को महिला की बहनों ने शिकायत दे दी है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

पेट में दो रसौलियां थीं
मरीज चंदा की बहन संगीता व डॉली ने बताया कि उनकी बहन को पेट में दर्द रहता था। अल्ट्रासाउंड में पता चला कि पेट में दो रसौलियां हैं। लॉकडाऊन के दौरान उन्हें सोनीपत में इलाज नहीं मिला तो वह किसी के कहने पर खरड़ के अस्पताल आए। 

ऑप्रेशन के बाद भी तबीयत बिगड़ी
खरड़ के निजी अस्पताल में डॉ. शुभराज ने उन्हें चंदा के ऑपरेशन की बात कही और 15 नवम्बर को उन्होंने सर्जरी कर गर्भाशय निकाल दिया। 25 नवम्बर को दोबारा आकर टांके खुलवाने को कहा। चंदा को परिजन सोनीपत ले गए, जहां चंदा की हालत बिगडऩे लगी। आंतडिय़ों व गुदा में तेज दर्द होने लगा बुखार चढऩे लगा, जिसने डेंगू का रूप ले लिया। डेंगू के इलाज के बाद भी चंदा को भूख लगनी बंद हो गई और दर्द बढऩे लगा। इसके बाद उन्हेंने सोनीपत में डॉक्टर राकेश को दिखाया जिन्होंने सीटी स्कैन किया और भीतर पट्टी देख चंदा को किसी सर्जन को दिखाने की बात कही। परिजन चंदा को सोनीपत के सक्सेना अस्पताल ले गए, जहां 5 दिसम्बर को उसका एम.आर.आई. हुआ। इसमें स्पष्ट हुआ कि उसकी आंत व गुदा में लंबी पट्टी फंसी हुई है। यह पहले हुई सर्जरी के वक्त डाक्टर ने भीतर ही छोड़ दी थी। चंदा की तुरंत सर्जरी करनी पड़ी और 8 मिलीमीटर आंत बाहर निकालनी पड़ी। बड़ी आंत में भी जख्म हो गए। चंदा अभी आई.सी.यू. में है और जिंदगी व मौत की जंग लड़ रही है। परिजनों ने मांग की है कि लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि किसी और मरीज की जान से खिलवाड़ न हो। खरड़ के निजी अस्पताल के डॉक्टर से जब बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। लैंडलाइन फोन पर भी ऑपरेटर टालते रहे।

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