प्रस्तावित नैशनल मैडीकल बिल के विरोध में डाक्टरों ने की हड़ताल

punjabkesari.in Saturday, Jul 28, 2018 - 11:14 PM (IST)

होशियारपुर (जैन): इंडियन मैडीकल एसोसिएशन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के तहत आई.एम.ए. जिला मुख्यालय से संबंधित डाक्टरों ने आज हड़ताल की। हालांकि इस हड़ताल में आपात मैडीकल सेवाओं को पूरी तरह छूट दी गई थी। आई.एम.ए. के जिला प्रधान डा. केशव सूद, सचिव डा. तरू कपूर, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डा. कुलदीप सिंह व डा. राजिन्द्र शर्मा ने बताया कि हड़ताल के अंतर्गत प्रात: 6 से सायं 6 बजे तक कोई ओ.पी.डी. नहीं की गई। 

आई.एम.ए. पदाधिकारियों ने प्रस्तावित नैशनल मैडीकल बिल का भारी विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह मौजूदा एम.सी.आई. एक्ट का स्थान लेगा। इस बिल के अमल में आ जाने से प्राइवेट संस्थान एम.बी.बी.एस. कोर्सेज की मनमर्जी से फीसें निर्धारित करेंगे तथा सरकार पर इसका कोई नियंत्रण नहीं रहेगा जिससे डाक्टरी की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित होगी। देश में पहले ही डाक्टरों की भारी कमी चल रही है। इसके अंतर्गत आयुर्वैदिक व होम्योपैथिक प्रैक्टीशनर भी अंगे्रजी दवाइयां लिख सकेंगे जिससे रोगी वर्ग को बहुत बड़ा नुक्सान रहेगा। 

इसी बीच डाक्टरों की हड़ताल के कारण अनेक प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा। सायं 6 बजे के पश्चात ओ.पी.डी. शुरू होने से मरीजों को राहत मिली।

मुकेरियां: इंडियन मैडीकल एसोसिएशन नई दिल्ली के निर्देशानुसार मुकेरियां इकाई की एक विशेष बैठक सचिव डा. ज्ञान चंद राणा के निवास पर प्रधान डा. रजत गुप्ता की अध्यक्षता में हुई जिसमें नैशनल मैडीकल कमीशन का पुरजोर विरोध किया गया। बैठक की कार्रवाई की जानकारी देते हुए डा. राणा ने बताया कि मौजूदा मैडीकल कौंसिल को खत्म करके केंद्र सरकार नैशनल मैडीकल कमीशन बनाने जा रही जिसे आई.एम.ए. लोक-विरोधी व लोकतंत्र विरोधी मानती है।

उन्होंने बताया कि इस वक्त मैडीकल कौंसिल में 75 प्रतिशत डाक्टर हैं जबकि नैशनल मैडीकल कमीशन में कम करके 25 प्रतिशत डाक्टर रखने का सरकार का प्रस्ताव है। डा. राणा ने बताया कि छोटे अस्पताल देश के 70 प्रतिशत लोगों को मैडीकल सहायता प्रदान कर रहे हैं जबकि उक्त कमीशन बनने से ये छोटे अस्पताल बंद हो जाएंगे और आम लोगों के लिए महंगे अस्पतालों में इलाज करवाना कठिन हो जाएगा। आज सभी डाक्टरों ने अपनी ओ.पी.डी. 3 घंटे के लिए बंद रखी और मांगें न मानने की सूरत में संघर्ष और तेज करने का अल्टीमेटम दिया।

Des raj