अपराधियों को पकड़ने में मददगार साबित हो रहा डॉग स्क्वायड, मिल चुके है कई मैडल

punjabkesari.in Monday, Feb 22, 2021 - 12:14 PM (IST)

लुधियाना (बेरी):  रेप, हत्या, डकैती होने पर अपराधियों को पकड़ने के लिए जहां पुलिस अधिकारी और मुलाजिम अपनी-अपनी इंवैस्टीगेशन करते हैं, वहीं डॉग स्क्वाइड भी ऐसे संगीन मामलों को हल करने में पुलिस की पूरी मदद करता है। लुधियाना के डॉग स्क्वाइड दस्ते के खोजी कुत्ते ऐसे ही कई संगीन मामलों में पुलिस की मदद कर चुके हैं, जिन्होंने शुरूआती जांच में ही शुरूआती क्लू ढूंढ कर पुलिस को दिए थे। इस कारण कई रेप, हत्या जैसे संगीन मामले चुटकियों में हल हो चुके हैं। इसके अलावा डॉग स्क्वाइड दस्ते ने विस्फोटक तक को ढूंढने में भी मदद की है। अपने इस बेहतर काम के लिए डॉग स्क्वाइड में तैनात जी.ओ. रैंक के यह खोजी कुत्ते मैडल भी जीत चुके हैं।

लुधियाना डॉग स्क्वाइड में जी.ओ. रैंक के 5 खोजी कुत्ते तैनात
लुधियाना के डॉग स्क्वाइड दस्ते में 5 खोजी कुत्ते तैनात हैं जिनका जी.ओ. रैंक है। इन कुत्तों की अपनी एक अगल पहचान है। इनमें ट्रैकर, विस्फोटक एवं नारकोटिक्स स्निफर शामिल हैं। इन कुत्तों को जी.ओ. रैंक की सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। इन्हें एक स्पैशल गाड़ी उपलब्ध करवाई जाती है जोकि इन को लाने-ले-जाने का काम करती है। इनका एक अधिकारी की तरह ख्याल रखा जाता है।

एक कुत्ते के साथ एक हैंडलर, उन्हीं का हुक्म मानते हैं ये खोजी कुत्ते
डॉग स्क्वाइड में तैनात कुत्तों के साथ एक-एक हैंडलर साथ होता है जोकि उनके छोटे होने से ही उसकी ट्रेनिंग करवाता है। इस कारण कुत्ता हैंडलर के साथ घुल-मिल जाता है और किसी मामले की इन्वैस्टिगेशन के समय उसी हैंडलर के हुक्म एवं निर्देश मुताबिक ही काम करता है। अगर कुत्ते को कोई सुराग मिलता भी है तो वह अपनी हरकतों एवं इशारों से हैंडलर को समझाता है। इससे हैंडलर पुलिस को कुत्ते की हरकतों से समझ आई सारी बात बताता है और मामला हल होने के करीब पहुंच जाता है।

ट्रैकर, नारकोटिक्स एवं विस्फोटक की होती है ट्रेनिंग
डॉग स्क्वाइड दस्ते के खोजी कुत्तों को 3 तरह की ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें ट्रैकर, नारकोटिक्स एवं विस्फोटक शामिल हैं। यह ट्रेनिंग पंजाब पुलिस अकादमी फिल्लौर में होती है। ट्रैकर में कत्ल, रेप, चोरी, डकैती, एवं लूट आदि वारदातों को ट्रेस करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। इसके बाद दूसरी ट्रेनिंग नारकोटिक्स की है जिसमें कुत्तों को नशीले पदार्थों को सूंघकर पता लगाने के लिए ट्रेंड किया जाता है। जबकि तीसरी एवं मुख्य विस्फोटक की ट्रेनिंग होती है जिसमें विस्फोटक का पता लगाने के लिए कुत्ते को ट्रेंड किया जाता है।

डॉग स्क्वाइड में ये खोजी हैं शामिल
नाम               नस्ल               उम्र                      काम                हैंडलर

1.पिक्सी        जर्मन शैफर्ड        11                     ट्रैकर                 ए.एस.आई. गुरदेव सिंह

2.बिन्नी            (लैब्रा)             11                    विस्फोटक          एच.सी. जसपाल सिंह

3.शेरू               (लैब्रा)              11                    विस्फोटक          एच.सी. सुखजीत सिंह

4.हैरी               (लैब्रा)               5                     विस्फोटक           एच.सी. अजीत सिंह

5.सैंडी              (लैब्रा)               6                     विस्फोटक           एच.सी. अर्शप्रीत सिंह


डाइट चार्ट के मुताबिक दी जाती है खुराक
डॉग स्क्वाइड के इन खोजी कुत्तों को बाहर का खाना नहीं दिया जाता है। इनकी खुराक का खास ख्याल रखा जाता है। डाक्टरों के बताए डाइट चार्ट के मुताबिक ही इन्हें खुराक दी जाती है। इसमें सुबह 250 ग्राम दूध, एक अंडा और 259 ग्राम फीड दी जाती है। ऐसे ही शाम काे इसे दोहराया जाता है। सुबह-शाम के एक निर्धारत समय पर उन्हें बाहर आऊटिंग के लिए ले जाया जाता है और उनकी साफ-सफाई की जाती है। इसके अलावा बीमार होने पर अच्छे डक्टरों से इनका ट्रीटमैंट करवाया जाता है।

पिक्सी और बिन्नी सिल्वर एवं ब्रोंज मैडल हासिल कर चुके हैं
इन्वैस्टीगेशन में पुलिस की मदद करने वाले डॉग पिक्सी और बिन्नी मैडल तक हासिल कर चुके हैं। इसमें ट्रैकर पिक्सी वर्ष 2014 में ऑल इंडिया ड्यूटी मीट में दूसरे स्थान पर रह कर सिल्वर मैडल ले चुका है। जबकि विस्फोटक बिन्नी वर्ष 2017 में ब्रोंज मैडल हासिल कर चुकी है। इसके साथ ही इन्हें हैंडल करने वाले हैंडलर को भी बेहतर काम के लिए प्रशंसा पत्र मिल चुके हैं।


केस हिस्ट्री -1
रेप के आरोपी को पकड़वाने में की मदद

वर्ष 2013 में थाना डिवीजन नंबर-4 के अंतर्गत चौकी जगतपुरी के इलाके जस्सियां रोड पर स्थित झुग्गियों में एक 3 साल की बच्ची का रेप हुआ था तब मौके पर डॉग स्क्वाइड के पिक्सी को जांच के लिए लाए थे। तब उसने अपनी सूंघने की शक्ति से बच्ची के आसपास की गंध को सूंघा और एक झुग्गी में छुप कर बैठे आरोपी के पास चला गया था। तब पिक्सी के हैंडलर को समझ आ गया था, बच्ची के साथ रेप में झुग्गी में बैठे व्यक्ति का हाथ है। इस क्लू के बाद पुलिस ने उक्त व्यक्क्ति को पकड़ा और पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया था। ऐसे पिक्सी ने रेप के आरोपी को पकड़ने में पुलिस की मदद की।

केस हिस्ट्री-2
बाप को मारने वाले बेटे को पहुंचाया जेल

जून, 2019 में जालंधर देहाती के थाना लोहीयां में एक व्यक्ति की हत्या हो गई थी। तब लुधियाना से डॉग स्क्वाइड को बुलाया गया था। उस इन्वैस्टीगेशन में भी पिक्सी अपने हैंडलर ए.एस.आई. गुरदेव सिंह के साथ मौके पर पहुंचा था। तब पिक्सी को घटनास्थल की गंध सुंघाई गई थी। इसके बाद पिक्सी सभी के साथ खड़े मृतक के बेटे के पास जाकर उसके इर्द-गिर्द चक्कर काटने लगा और बाद में उसकी बाजू पकड़ ली थी। इससे हैंडलर ए.एस.आई. गुरदेव सिंह को शक हो गया कि पिक्सी, मृतक के बेटे पर ही शक जाहिर कर रही है। इसके बाद थाना पुलिस के साथ बात कर मृतक के बेटे को पकड़ गया और उसने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल लिया था।

केस हिस्ट्री-3
पति की हत्या करने वाली पत्नी को पकड़वाने में की मदद

सितम्बर 2019 में जगराओं के थाना सिटी में एक व्यक्ति की घर में ही तेजधार हथियार मार कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक की पत्नी भी जख्मी हुई थी। पिक्सी का रिकाॅर्ड देखते हुए इस मामले के हल के लिए भी पिक्सी को बुलाया गया था। जब पिक्सी ने अपनी जांच शुरू की तो उसे मृतक की पत्नी पर ही शक हुआ था। उसके हाव-भाव से हैंडलर को पता चला कि पिक्सी मृतक की पत्नी पर शक कर रहा है। इसके बाद पुलिस से बात की गई और मृतक की पत्नी को पकड़ कर पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूला।

केस हिस्ट्री-4
विस्फोटक ढूंढने में की सहायता

जून 2014 में जगराओं के सिधवां बेट इलाके में स्थित एक छप्पड़ में बारूद बरामद हुआ था। तब लुधियाना के डॉग स्क्वाइड के शेरू और बिन्नी को वहां ले जाया गया था। उस समय शेरू और बिन्नी ने इन विस्फाेटक सामग्री को ढूंढने में पुलिस की मदद की थी। उस वक्त मौके से 8 किलोग्राम आर.डी.एक्स. 400 डैटोनेटर बरामद हुए थे। इसके अलावा जनवरी 2020 गांव गिल में आलमगीर रोड पर एक खाली प्लाट की खुदाई के साथ बम बरामद हुआ था तब शेरू और बिन्नी को बुलाया गया था। उनकी मदद से आसपास की खुदाई में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुए थे।

पंजाब और अपने शहर की अन्य खबरें पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

Content Writer

Tania pathak